बेतिया(वाल्मीकिनगर): जिले में एक बार फिर स्वास्थ्य महकमे की लापरवाही सामने आयी है. जहां अस्पताल के सामने सड़क पर एक प्रसव पीड़िता दर्द से तड़पती रही. दर्द से छटपटाती महिला को देख आस-पास की महिलाएं पहुंच गई और कपड़े की ओट लेकर महिला का प्रसव कराया. इसके बाद जच्चा-बच्चा को अस्पताल ले गए. इस घटना को लेकर परिजनों सहित ग्रामीणों ने ड्यूटी पर तैनात चिकित्सा कर्मियों पर कार्रवाई करने की मांग की है.
एएनएम ने प्राइवेट अस्पताल में जाने की दी सलाह
ठकराहां प्रखण्ड स्थित जगिरहा पंचायत के बेलवारिपट्टी गांव की महिला किरण देवी पति बनवारी मुखिया को प्रसव पीड़ा होने पर परिजन उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र ठकराहां लेकर गए. आरोप है कि परिजन अस्पताल पहुंचे तो मौके पर मौजूद चिकित्साकर्मियों ने यह कहकर की पेट में बच्चा उल्टा हैं इसे भर्ती नहीं किया जा सकता वापस कर दिया. इस तरह उसे मना करते हुये वापस लौटा दिया गया. जिस पर परिजनों उसे घर ले जाने लगे. वहीं, अस्पताल के गेट से बाहर निकले ही थी कि अस्पताल से महज लगभग 50 मीटर की दूरी पर पैदल जा रही गर्भवती महिला की प्रसव पीड़ा तेज हो गई. जिसके चलते वह दर्द से कराहती रही, प्रसव पीड़िता की हालत बिगड़ती देख आस-पास मौजूद महिलाओं ने चादर लगाकर सड़क के किनारे प्रसव कराया.
सूचना पर सक्रिय हुए स्वास्थ्य कर्मी
वहीं, मामले की जानकारी होते ही अस्पताल के चिकित्सक और कर्मी हरकत में आये और जच्चा-बच्चा को अस्पताल ले गए. इस घटना को लेकर परिजनों ने अस्पताल परिसर में विरोध प्रदर्शन करते हुए ड्यूटी पर तैनात चिकित्सा कर्मियों पर कार्रवाई की मांग की. बता दें कि सड़क पर प्रसव का यह पहला मामला नहीं है. चिकित्साकर्मियों की संवेदनहीनता के चलते जरूरतमंद सरकारी सुविधा से वंचित हो रहे. बेहतर उपचार की दमतोड़ती आस के चलते मरीज निजी अस्पताल जाने को मजबूर हैं.