पश्चिम चंपारण(बेतिया): गौनाहा प्रखंड के मटियरिया थाना के अंतर्गत सेरवा मस्जिदवा गांव में मां और बेटे की मौत का मामला सामने आया है. दोनों का एक ही चिता अंतिम संस्कार दिया गया हैं. जानकारी के मुताबिक बेटा पिछले दिनों से बीमार चल रहा था. इलाज कराने के दौरान उसकी मौत हो गई. बेटे के गुजर जाने के सदमे में मां की भी मौत हो गयी.
पति की अचानक बिगड़ी तबीयत, हुई मौत
मृतक की पत्नी सुगन्धि देवी ने बताया कि उसके पति छट्ठु मांझी की तबीयत अचानक खराब हो गयी. आनन-फानन में उसका इलाज स्थानीय डॉक्टर से करवाया गया. डॉक्टर ने उसको ग्लूकोज का पानी चढ़ा दिया.
जिसके बाद उसको सांस लेने में दिक्कत होने लगी. वह रात भर परेशान रहे और सुबह दस बजे उनकी मौत हो गयी. उन्होंने बताया कि उसकी सास सुरजी बेटे की मौत का सदमा बर्दास्त नहीं कर पाई और हार्ट अटैक से उनकी भी मौत हो गई.
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एक चिता पर दोनों का हुआ अंतिम संस्कार
ग्रामीणों ने बताया कि छट्ठू मांझी को अंतिम संस्कार के लिए तीन किलोमीटर दूर जंगल के समीप नदी में ले गए थे. अभी छट्ठु मांझी की चिता सजायी ही जा रही थी कि उसकी मां सरजू की मौत की खबर आ गयी. अविलंब बेटे के शव को जलाने से रोक दिया गया. दोनों का एक ही चिता पर अंतिम संस्कार किया गया.