बेतिया: चीन में जहां हजारों मौत का कारण बना कोरोना का डर भारतीयों को भी सताने लगा है. लोग इस वायरस से बचने के लिए तरह-तरह के उपाय कर रहे है. वहीं, जिले में भी इस वायरस से बचाव के लिए स्थानीय ट्रस्ट ने तकरीबन 10 दिनों से लोगों को जागरूक करने की मुहिम छेड़ा है. इसके तहत शहर से लेकर गांव तक होम्योपैथिक दवा का वितरण किया जा रहा है और लोगों को सावधानियां बरतने की सलाह दी जा रही है.
कोरोना को लेकर देश मे आपातकाल जैसी स्थिति बनी हुई है. इस संक्रमण से प्रभावित सन्दिग्ध लोगों की संख्या जैसे-जैसे बढ़ती जा रहा है, लोगों में भी भय साफ-साफ देखने को मिल रहा है. बगहा के एक स्थानीय ट्रस्ट ने गांव के लोगों को जागरूक करने की मुहिम के तहत सोमवार को इंडो-नेपाल के सीमा क्षेत्र का रुख किया.
लोगों को जागरुक करने की कोशिश
10 दिनों से नैतिक वेलफेयर ट्रस्ट की ओर से कोरोना के मद्देनजर एक मुहिम की शुरुआत हुई है. इसके तहत इस संस्था के लोग शहर और गांवों में जाकर लोगों को दवाइयां पिला रहे है. रविवार को इस संस्था के सदस्यों ने बगहा रेलवे स्टेशन पर अपना कैम्प लगाया और यात्रियों को दवा की खुराक पिलाई. सोमवार को रामपुर चेक नाका पर इस संस्था की ओर से कैम्प लगाकर 'आर्सेनिक अल्बम 30' रोग प्रतिरोधक दवा का वितरण किया गया.
हजारों लोगों को दी जा चुकी है दवा की खुराक
बता दें कि रविवार को बगहा अनुमंडल क्षेत्र के रामनगर में कोरोना संदिग्ध तीन मरीजों को पीएमसीएच रेफर कर दिया गया. ये तीनों भाई केरल से आये हुए थे. ऐसे में इस संस्था ने अपने मुहिम को और तेज गति कर दिया है. संस्था के अध्यक्ष निप्पू पाठक ने बताया कि 10 दिनों में अबतक 15000 लोगों को दवा की खुराक दी जा चुकी है. स्थानीय लोग इस संस्था के पहल की काफी सराहना कर रहे हैं.