बगहा: जिले में गंडक नदी का जलस्तर कम होते ही निचले इलाकों में कटाव की स्थिति भयावह हो गई है. हालात यह है कि अब तक सैकड़ों लोगों का आशियाना नदी की धारा में विलीन हो गया है. दर्जनों परिवार सड़क और बांध पर तंबू तान कर रह रहे हैं. वहीं अधिकांश लोग आशियाना की तलाश में सीमावर्ती यूपी में गुजर बसर के लिए पलायन कर रहे हैं.
नदी की धारा में सैकड़ों घर विलीन
बगहा अंतर्गत मधुबनी प्रखण्ड के वीरता गांव सहित मदरवा और सिसईं गांव में गंडक नदी लगातार विनाशलीला दिखा रही है और अब तक सैकड़ों लोगों का आशियाना अपने आगोश में समाहित कर चुकी है. ग्रामीणों का कहना है कि लगातार हो रहे कटाव की वजह से मधुबनी प्रखण्ड के वीरता टोला, सिसईं व मदरहवा गांव में सैकड़ो घरों सहित फसल को नदी लील गई है और अब तक इनकी सुध लेने कोई नहीं पहुंचा.
सीओ ने दिया था नए जगह बसाने का आश्वासन
गंडक नदी का जलस्तर काफी कम हुआ है. यहीं वजह है कि कटाव तीव्र गति से हो रहा है. ग्रामीणों का कहना है कि अधिकारियों को सूचित किया गया. जिसके बाद मधुबनी प्रखण्ड के सीओ ने पिछले 11 सितंबर को हालात का जायजा लिया और कटाव पीड़ितों को नए जगह बसाने का आश्वासन दिया, लेकिन इस दिशा में बात आगे नहीं बढ़ी और फिर नदी से कटाव की विनाशलीला शुरू हो गई है.
उपेक्षित महसूस कर रहे हैं कटाव पीड़ित
बता दें कि इस मॉनसून सीजन में अब तक चार मर्तबा बाढ़ व कटाव जैसी आपदा से लोगों को दो चार होना पड़ा है. पिछले माह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी इस इलाके का हवाई सर्वेक्षण किया था बावजूद इसके प्रशासनिक प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ पाई है और अब तक ये बाढ़ व कटाव पीड़ित खुद को उपेक्षित महसूस कर रहे हैं.