बेतिया: पश्चिम चंपारण जिले के शिकारपुर थाना क्षेत्र के महुअवा विशुनपुरवा गांव से फिरौती के लिए अपहृत संतोष साह नाटकीय ढंग से शिकारपुर थाना पहुंच गया. अपहृत युवक के अचानक थाना पहुंचने से तरह-तरह की अटकलें लगने लगीं. गुरुवार को जहां अपहृत संतोष साह के घर जाकर लोगों ने परिजनों को ढांढस बंधाया और पुलिस प्रशासन से मामले में कार्रवाई की मांग की. वहीं, संतोष से पुलिस थाने में पूछताछ कर रही थी.
चीनी मिल में काम करता है संतोष
बुधवार अहले सुबह चीनी मिल में कार्यरत संतोष साह को घर लौटते समय अगवा कर लिया गया था. अपहरणकर्ताओं ने उसके मोबाइल से घरवालों को फोन किया और ढाई लाख रुपए की फिरौती की मांग की.
सूचना मिलने पर शिकारपुर पुलिस जांच कर रही थी. पुलिस गुप्त तरीके से जांच में जुटी हुई थी तभी गुरुवार को युवक थाना पहुंच गया. इस घटना को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है. लोगों का कहना है कि युवक जब पत्नी के साथ झगड़ा कर घर से भाग गया था तो उसके परिजनों ने पुलिस को अपहरण की बात क्यों बताई? फिरौती के रूप में ढाई लाख रुपए मांगे जाने की जानकारी क्यों दी?
ग्रामीणों का कहना है कि अपहृत युवक के परिजन पुलिस को गुमराह करते रहे और अब युवक अपने आप ही घर चला आया. ग्रामीणों ने बताया कि पुलिस को गुमराह करने के एवज में पुलिस को कड़ी करवाई करनी चाहिए.
"अपहृत युवक संतोष अपनी पत्नी से झगड़ा कर कहीं चला गया था. वह अब लौट आया है. पूछताछ में भी उसने पत्नी से झगड़ा कर घर से चले जाने की बात बताई है. बुधवार को उसके अपहरण और फिरौती में ढाई लाख रुपए मांगने की मौखिक शिकायत परिजनों ने की थी."- कृष्ण कुमार गुप्ता, थानाध्यक्ष
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