पश्चिमी चंपारण (बगहा): पर्यावरण के संतुलन को बरकरार रखने के लिए बिहार पृथ्वी दिवस पर जल जीवन हरियाली कार्यक्रम अंतर्गत जीविका दीदियों ने जिले में दो लाख पौधारोपण का लक्ष्य रखा गया है. इसकी तैयारी के लिए जीविका दीदियों ने सभी प्रखंडों में 'गड्ढा खोदो अभियान' चलाया है. इसके तहत विभिन्न प्रखंडों में कुल 2 लाख गड्ढे खोदे गए हैं.
ग्लोबल वार्मिंग की चुनौतियों से लड़ेंगी जीविका दीदियां
कहा जाता है कि यदि किसी कार्य की जिम्मेवारी मातृ शक्ति के हाथ आ जाए तो उसे स्वर्ग जैसा बना ही देती हैं. अब पर्यावरण को स्वच्छ, संतुलित और स्वर्ग जैसा बनाने का बीड़ा जीविका दीदियों ने अपने कंधों पर उठा लिया है. पहली बार जीविका दीदी जिले में सघन वृक्षारोपण का कार्य करेंगी. जिसमें कुल 200706 पौधे लगाये जाने का लक्ष्य रखा गया है.
वन और पर्यावरण विभाग उपलब्ध कराएगा पौधा
इसके तहत वन विभाग बिहार सरकार जीविका दीदियों के लिए फलदार और इमारती लकड़ियों वाले वृक्ष की उपलब्धता करायेगी. इसमें आम के 63290, अमरूद के 46858, जामुन के 45100 और सहजन, नीम, बरगद, पीपल, महोगनी और साल के कुल 44758 पौधे शामिल हैं.
खाली पड़े जगहों पर जीविका दीदियां करेंगी पौधरोपण
पृथ्वी दिवस के मौके पर पौधों को जीविका दीदी अपने निजी जमीन और घर के आसपास के क्षेत्रों में लगाकर इसकी सुरक्षा करेंगी. यह पर्यावरण संरक्षण की दिशा में जीविका दीदियों का उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम है. हिम्मत, भारत, आकाश, तुलसी और हिमालय जीविका संकुल संघ से जुड़ी हुई जीविका दीदियां बताती हैं कि इन पेड़ों को लगाकर हमें फलों की भी प्राप्ति होगी और इनसे पर्यावरण की भी सुरक्षा होगी.
चलाया जा रहा गड्ढा खोदो अभियान
जिला परियोजना प्रबंधक जीविका अविनाश कुमार ने इस संबंध में बताया कि सभी पंचायतों के लिए संकुल संघ या ग्राम संगठन के स्तर पर माइक्रो प्लान तैयार कर लिया गया है. इसके अंतर्गत 5 जुलाई 2020 को सभी प्रखंडों के एक-एक पंचायत में वृक्षारोपण का कार्य आरंभ कर दिया जाएगा. जिसे सतत रूप से जारी रखते हुए 9 अगस्त 2020 तक पूरा कर लिया जाएगा. फिलहाल इसकी तैयारी के लिए गड्ढा खोदो अभियान चलाया जा रहा है.