बेतिया (वाल्मीकिनगर): बाढ़ के दौरान क्षतिग्रस्त हुए सड़कों की मरम्मती के साथ निर्माणाधीन सड़कों को जल्द पूरा करने का मुख्यमंत्री ने आदेश दिया था. जिसके बाद ग्रामीण कार्य विभाग इस कदर तेजी में आ गया है कि गुणवत्ता और योजना बोर्ड पर आवश्यक जानकारी भी अंकित करना भूल गए हैं. इससें विभाग की लापरवाही सीधे दिखती है.
6 दर्जन सड़कों का निर्माण
जिले के गंडक पार के प्रखंड पिपरासी, मधुबनी, भितहा और ठकराहा में इस बीच लगभग 6 दर्जन सड़कों का निर्माण और मरम्मत का कार्य चल रहा है. लेकिन इस दियारावर्ती क्षेत्र में यह काम भगवान भरोसे ही हो रहा है. इसका कारण यह है कि अधिकारियों का दौरा और जांच कागजों तक ही सीमित रह जाता है.
निर्माण कार्य में भारी अनियमितता
दियारावर्ती क्षेत्र होने के कारण अधिकारी कभी-कभार ही क्षेत्र में आते हैं. इसका फायदा उठाकर संवेदक निर्माण कार्य में भारी अनियमितता बरतते हैं और ग्रामीण देखते रह जाते है. पिपरासी पंचायत के बिहार-यूपी सीमा जरार के पास ग्रामीण कार्य विभाग की ओर से लगाए गए योजना बोर्ड में कोई भी जानकारी अंकित नहीं है. वहीं पिछले दो सप्ताह से तीव्र गति से कार्य चल रहा है.
बोर्ड पर नहीं है जानकारी
इससें लोगों को यह जानकारी नहीं मिल पा रही है कि इस योजना में कौन सी सामग्री कितने मात्रा में प्रयुक्त होगी. यह योजना जरार से पिपरासी तक 4.200 लंबी है. इस योजना के लगे बोर्ड पर कोई भी जानकारी अंकित नहीं है. केवल संवेदन में राज कॉन्ट्रैक्शन चौरिया टोला धुमनगर ही अंकित है.
जानकारी अंकित करने का निर्देश
ग्रामीण राजेन्द्र प्रसाद, महातम प्रसाद, कृष्णा यादव आदि ने बताया कि वर्तमान में प्रखंड में एक दर्जन सड़क बन रही है. लेकिन इनकी गुणवत्ता भगवान भरोसे है. कार्य विभाग के कोई भी कर्मी उपस्थित नहीं रहते है. वहीं जेई ज्ञानेंद्र पांडेय ने बताया कि उनकी ओर से संवेदक को जल्द जानकारी अंकित करने का सख्त निर्देश दिया गया है.