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बेतिया: खेतों में बिछी सफेद चादर, बारिश के साथ गिरे ओले, गेंहू और तिलहन की फसल को हुआ नुकसान - Weather Update Bihar

बेतिया में भारी बारिश (Heavy Rain in Bettiah) और ओले गिरने से फसलों को नुकसान हुआ है. किसान फसलों की बर्बादी देख दुखी और परेशान हैं. खेतों में सफेद चादर बिछी हुई है. किसानों की मांग है कि नुकसान हुए फसलों का सरकार सर्वे करा कर उचित मुआवजा दे.

बेतिया में भारी बारिश
बेतिया में भारी बारिश
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Published : Feb 4, 2022, 4:58 PM IST

बेतिया (वाल्मीकिनगर): बिहार के पश्चिम चंपारण जिले में बारिश के साथ तेज ओला गिरा (Heavy Hail Fell with Rain in West Champaran) है. पिपरासी प्रखंड क्षेत्र में शुक्रवार को दोपहर हुए मुसलाधार बारिश में लगभग 20 मिनट तक लगातार ओले पड़ते रह गए. ओले गिरने की रफ्तार इतनी तेज थी कि सड़कों और लोगों के दरवाजों पर जमीन के स्थान पर केवल ओले ही ओले दिख रहे थे. खेतों में गिरे ओले के कारण किसानों को काफी नुकसान हुआ है.

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मुख्य रूप से गेहूं, तिलहन, मक्का व केले की फसल को काफी क्षति (Damage to Crops due to Hail in Bettiah) हुई है. इसको लेकर किसानों की चिंता बढ़ गई है. ओले गिरने से पिपरासी प्रखंड के सेमरा लबेदहा, मंझरिया और दियारावर्ती क्षेत्र के किसानों के सामने बड़ी समस्या खड़ी हो गई है. कारण है कि पिछले दो वर्ष से बरसात, बाढ़ के कारण वैसे ही किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ा है. अब ओले गिरने से किसानों की फसलों से कमाई की बची खुची आस भी टूट गई है.

बाढ़ के कारण किसानों के खेतों में ही गन्ने व धान की फसल बर्बाद हो गई थी. अभी, किसान उस नुकसान से ठीक से उबर भी नहीं पाए थे कि इस ओले ने किसानों के सामने एक और समस्या खड़ी कर दी है. तिलहन की बढ़ती महंगाई को देखते हुए इस वर्ष किसानों ने तिलहन की अच्छी बुआई की थी लेकिन ओले के कारण पूरी फसल ही बर्बाद हो गई है.

किसान दिनेश पांडेय, गोरख कुशवाहा, रामप्रवेश प्रसाद, भरत वर्मा, कैलाश कुशवाहा, सुरेंद्र चौरसिया सहित कई किसानों ने बताया कि पिछले दो सालों से किसान बाढ़ की त्रासदी से अभी उबर नहीं पाए थे कि फसलों पर ओलों की मार पड़ गई. फ्लड के नुकसान का सरकारी अनुदान किसानों को मिला भी नहीं की ओले के कारण बहुत बर्बादी हो गई. किसानों ने इसका भी सर्वे करा मुआवजे की मांग की है.

गौरतलब है कि बिहार में मौसम का मिजाज (Weather Update Bihar) बदल गया है. कई जगहों पर ओलावृष्टि के साथ वज्रपात हुआ है. मोतिहारी के पकड़ीदयाल में वज्रपात का कहर देखने को मिला है. जिले के ठिकहां गांव में ठनका की चपेट में आने से 2 की मौत (Two died from thunderclap) हो गई है. इस घटना में तीन लोग घायल भी हुए हैं.

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मुख्य रूप से गेहूं, तिलहन, मक्का व केले की फसल को काफी क्षति (Damage to Crops due to Hail in Bettiah) हुई है. इसको लेकर किसानों की चिंता बढ़ गई है. ओले गिरने से पिपरासी प्रखंड के सेमरा लबेदहा, मंझरिया और दियारावर्ती क्षेत्र के किसानों के सामने बड़ी समस्या खड़ी हो गई है. कारण है कि पिछले दो वर्ष से बरसात, बाढ़ के कारण वैसे ही किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ा है. अब ओले गिरने से किसानों की फसलों से कमाई की बची खुची आस भी टूट गई है.

बाढ़ के कारण किसानों के खेतों में ही गन्ने व धान की फसल बर्बाद हो गई थी. अभी, किसान उस नुकसान से ठीक से उबर भी नहीं पाए थे कि इस ओले ने किसानों के सामने एक और समस्या खड़ी कर दी है. तिलहन की बढ़ती महंगाई को देखते हुए इस वर्ष किसानों ने तिलहन की अच्छी बुआई की थी लेकिन ओले के कारण पूरी फसल ही बर्बाद हो गई है.

किसान दिनेश पांडेय, गोरख कुशवाहा, रामप्रवेश प्रसाद, भरत वर्मा, कैलाश कुशवाहा, सुरेंद्र चौरसिया सहित कई किसानों ने बताया कि पिछले दो सालों से किसान बाढ़ की त्रासदी से अभी उबर नहीं पाए थे कि फसलों पर ओलों की मार पड़ गई. फ्लड के नुकसान का सरकारी अनुदान किसानों को मिला भी नहीं की ओले के कारण बहुत बर्बादी हो गई. किसानों ने इसका भी सर्वे करा मुआवजे की मांग की है.

गौरतलब है कि बिहार में मौसम का मिजाज (Weather Update Bihar) बदल गया है. कई जगहों पर ओलावृष्टि के साथ वज्रपात हुआ है. मोतिहारी के पकड़ीदयाल में वज्रपात का कहर देखने को मिला है. जिले के ठिकहां गांव में ठनका की चपेट में आने से 2 की मौत (Two died from thunderclap) हो गई है. इस घटना में तीन लोग घायल भी हुए हैं.

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