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बेतिया: प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना में फर्जीवाड़ा, संवेदक की कंपनी 10 साल के लिए ब्लैक लिस्टेड

बेतिया में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना में फर्जी तरीके से मापी पुस्त रिपोर्ट में हस्ताक्षर करने का मामला सामने आया है. थानाध्यक्ष अजय कुमार ने बताया कि फर्जीवाड़े के बाद ग्रामीण कार्य विभाग के कार्यपालक अभियंता ने उक्त निर्माण कंपनी को दस साल के लिए ब्लैक लिस्टेड कर दिया है.

प्रधान मंत्री ग्राम सड़क योजना में फर्जीवाड़ा
प्रधान मंत्री ग्राम सड़क योजना में फर्जीवाड़ा
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Published : Oct 13, 2021, 11:04 PM IST

बेतिया: प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (Pradhan Mantri Gram Sadak Yojana) में फर्जी तरीके से मापी पुस्त रिपोर्ट में हस्ताक्षर करने का मामला सामने आया है. आरोप में ग्रामीण कार्य विभाग नरकटियागंज (Rural Affairs Department Narkatiaganj) कार्यालय द्वारा दो कर्मियों समेत संवेदक पर प्राथमिकी दर्ज कराया गया है.

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FIR के साथ-साथ संवेदक के कंपनी को 10 साल तक ब्लैक लिस्टेड कर दिया गया. कार्यपालक अभियंता (Executive Engineer) की जांच में मामला सत्य पाये जाने पर उक्त एफआईआर (FIR) दर्ज करायी गयी है. एफआईआर में बताया गया है कि मापी पुस्त में अंकित मापी फर्जी है.

दरअसल, एफआईआर ग्रामीण कार्य विभाग के कार्यपालक अभियंता रामदेव चौधरी ने दर्ज करायी है. इसमें निम्नवर्गीयकर्मी अनिल कुमार यादव, कार्यालय परिचारी अर्जुन राउत, संवेदक जगदीशपुर थाने के धुमनगर गांव निवासी बृजेश कुमा राव उसके मुंशी श्रीकुमार को आरोपित किया गया है. प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना में फर्जी तरीके से मापी पुस्त में रिपोर्ट देने व फर्जी हस्ताक्षर करने के आरोप में ग्रामीण कार्य विभाग नरकटियागंज कार्यालय के दो कर्मियों समेत संवेदक के विरुद्ध शिकारपुर थाने में एफआईआर दर्ज की गई है.

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आरोप है कि निम्न वर्गीय कर्मी श्रीयादव के निर्देश पर बैशखवा से सिकटा व बलथर से भवरी गांव तक निर्माण हुए सड़क की मापी पुस्त कार्यालय परिचारी अर्जुन राउत से लिया गया. मापी पुस्त में जाली विपत्र अंकित कर सहायक अभियंता व कनीय अभियंता का फर्जी हस्ताक्षर कर पुनः कार्यालय में जमा करा दिया गया. कार्यपालक अभियंता की जांच में मामला सत्य पाये जाने पर उक्त एफआईआर दर्ज करायी गयी है.

एफआईआर में बताया गया है कि मापी पुस्त में अंकित मापी फर्जी है. साथ ही हस्ताक्षर भी जाली है. थानाध्यक्ष अजय कुमार ने कहा कि- 'मामले में एफआईआर दर्ज कर अग्रेतर कार्रवाई की जा रही है. फर्जीवाड़े में की गयी कार्रवाई प्रधानमंत्री सड़क निर्माण में उजागर फर्जीवाड़े के बाद ग्रामीण कार्य विभाग के कार्यपालक अभियंता ने उक्त निर्माण कंपनी को दस साल के लिए ब्लैक लिस्टेड कर दिया है.'

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बेतिया: प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (Pradhan Mantri Gram Sadak Yojana) में फर्जी तरीके से मापी पुस्त रिपोर्ट में हस्ताक्षर करने का मामला सामने आया है. आरोप में ग्रामीण कार्य विभाग नरकटियागंज (Rural Affairs Department Narkatiaganj) कार्यालय द्वारा दो कर्मियों समेत संवेदक पर प्राथमिकी दर्ज कराया गया है.

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FIR के साथ-साथ संवेदक के कंपनी को 10 साल तक ब्लैक लिस्टेड कर दिया गया. कार्यपालक अभियंता (Executive Engineer) की जांच में मामला सत्य पाये जाने पर उक्त एफआईआर (FIR) दर्ज करायी गयी है. एफआईआर में बताया गया है कि मापी पुस्त में अंकित मापी फर्जी है.

दरअसल, एफआईआर ग्रामीण कार्य विभाग के कार्यपालक अभियंता रामदेव चौधरी ने दर्ज करायी है. इसमें निम्नवर्गीयकर्मी अनिल कुमार यादव, कार्यालय परिचारी अर्जुन राउत, संवेदक जगदीशपुर थाने के धुमनगर गांव निवासी बृजेश कुमा राव उसके मुंशी श्रीकुमार को आरोपित किया गया है. प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना में फर्जी तरीके से मापी पुस्त में रिपोर्ट देने व फर्जी हस्ताक्षर करने के आरोप में ग्रामीण कार्य विभाग नरकटियागंज कार्यालय के दो कर्मियों समेत संवेदक के विरुद्ध शिकारपुर थाने में एफआईआर दर्ज की गई है.

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आरोप है कि निम्न वर्गीय कर्मी श्रीयादव के निर्देश पर बैशखवा से सिकटा व बलथर से भवरी गांव तक निर्माण हुए सड़क की मापी पुस्त कार्यालय परिचारी अर्जुन राउत से लिया गया. मापी पुस्त में जाली विपत्र अंकित कर सहायक अभियंता व कनीय अभियंता का फर्जी हस्ताक्षर कर पुनः कार्यालय में जमा करा दिया गया. कार्यपालक अभियंता की जांच में मामला सत्य पाये जाने पर उक्त एफआईआर दर्ज करायी गयी है.

एफआईआर में बताया गया है कि मापी पुस्त में अंकित मापी फर्जी है. साथ ही हस्ताक्षर भी जाली है. थानाध्यक्ष अजय कुमार ने कहा कि- 'मामले में एफआईआर दर्ज कर अग्रेतर कार्रवाई की जा रही है. फर्जीवाड़े में की गयी कार्रवाई प्रधानमंत्री सड़क निर्माण में उजागर फर्जीवाड़े के बाद ग्रामीण कार्य विभाग के कार्यपालक अभियंता ने उक्त निर्माण कंपनी को दस साल के लिए ब्लैक लिस्टेड कर दिया है.'

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