बेतिया: लॉकडाउन का डर ( fear of lockdown ) क्या होता है, पूजा और विकास से बेहतर कौन जान सकता है. ना लग्न, ना मुहूर्त, लेकिन कोरोना में लॉकडाउन के डर से 4 महीने पहले ही विकास ने पूजा से शादी रचा ली. मामला पश्चिमी चंपारण जिले के बैरिया प्रखंड की है. यह शादी जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है. पूजा और विकास की शादी 11 मई 2022 को तय की गई थी. लेकिन तय तिथि के पहले ही दोनों ने शादी रचा ( married before due date ) ली.
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जानकारी के मुताबिक, बैरिया पंचायत के वीरा मुखिया के पुत्र विकास कुमार की शादी पूर्वी चंपारण जिले के रामगढ़वा के अधकपरिया गांव निवासी विश्वनाथ मुखिया की पुत्री पूजा कुमारी के साथ तय हुई थी. शादी के लिए 11 मई का दिन रखा गया था. लड़का-लड़की में अक्सर फोन पर बातचीत चल रही थी. दूल्हा और दुल्हन ने विचार किया और रात में लड़का पूजा के घर पहुंच गया. फिर पूजा को अपने साथ लेकर आ गए.
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लड़की के घर वालों ने सुबह देखा तो पूजा नहीं दिखी और उसकी खोजबीन करने लगे. जब फोन से जानकारी मिली कि पूजा विकास के साथ चली गई है तो घर वालों ने तिलंगही मुखिया से संपर्क किया. मुखिया पति रेयाज ने लड़का-लड़की को बुलाया, परिजनों से बात की. जब दोनों परिवार की सहमति बनी तो अपने घर पंडित को बुलवाया और विवाह की रश्म सम्पन्न करा दिया. इसके बाद ग्रामीण भी इस पुनित कार्य में शामिल हुए और वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच विकास और पूजा की शादी संपन्न हुई. इस दौरान परिजनों के साथ ग्रामीणों ने भी नवदंपती को आशीर्वाद दिया.
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तिलंगही में बिना लग्न हुए इस ब्याह की चर्चा जिले में चारो तरफ फैल गई है. शादी के बाद विकास अपनी दुल्हन पूजा को साथ लेकर अपने घर चला गया है. अब विकास औऱ पूजा की किसी पंडाल नहीं बल्कि पंचायत में एक सादे समारोह के बीच सादगी के साथ मुखिया की मौजूदगी में सम्पन्न कराई गई. यह अनोखी शादी इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है.
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