बगहा: डीलर के द्वारा राशन नहीं दिए जाने के मामले पर खबर का असर देखने को मिला है. दरअसल, ईटीवी भारत के खबर के एसडीएम ने खुद से मामले का संज्ञान लेते हुए खुद से मामले की जांच की और एक डीलर के डीलर के क्रियाकलापों में भारी अनियमितता पाई गई. इसके बाद एसडीएम ने डीलर के ऊपर प्राथमिकी दर्ज कर विधि सम्मत कार्रवाई करने का आदेश दिया.
ईटीवी भारत ने उठाया था ग्रामीणों का मुद्दा
दरअसल, बगहा प्रखंड एक के चंद्रपुर रतवल पंचायत के वार्ड 8, 9, 10 और 11 के लोगों ने राशन के लिए 2 अप्रैल को विरोध-प्रदर्शन किया था. ईटीवी भारत ने इस खबर को प्रमुखता से चलाया था. ईटीवी भारत के माध्यम से ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से जांच की गुहार लगाई थी. इसके बाद इस खबर पर एसडीएम ने संज्ञान लेते हुए. खुद से मामले की जांच की. जांच में एक डीलर के राशन वितरण कार्य में अनियमितता पाई गई. जिसके बाद एसडीएम ने डीलर पर सख्त एक्शन लेते हुए डीलर के ऊपर प्राथमिकी दर्ज करने के आदेश दिए.
अनियमितता देख भड़के एसडीएम
बता दें कि बगहा एसडीएम विशाल राज को जैसे ही ईटीवी भारत की खबर संज्ञान में आया. उन्होंने खुद से मामले की जांच शुरू कर दी. जांच के दौरान वे प्रखंड के दो डीलर राम सिंह और सुभाष सिंह के जायजा लिया. जहां निरीक्षण में एसडीएम ने डीलर सुभाष सिंह को अनियमितता का दोषी पाया. जिसके बाद एसडीएम ने डीलर के ऊपर प्राथमिकी दर्ज कर विधि सम्मत कार्रवाई करने के आदेश दिए.
क्या है मामला ?
दरअसल, 2 अप्रैल को डीलरों पर मनमानी करने का आरोप लगाते हुए चंद्रपुर रतवल पंचायत को लोगों ने विरोध-प्रदर्शन किया था. ग्रामीणों ने एसडीएम से गुहार लगाते हुए कहा था कि लॉकडाउन के कारण हमलोगों के पास कोई काम नहीं है. हमलोग पूरी तरह से बेरोजगार हो चुके हैं. ऊपर से डीलर 3 माहिने से राशन देने में आनाकानी कर रहा है. हमलोगों को दो वक्त का भोजन भी मिलने में परेशानी हो रही है. कई बार स्थानीय अधिकारियों से गुहार लगाई. लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई. बता दें कि ईटीवी भारत की निष्पक्षता और बेबाकी ही उसे दूसरे समाचार स्रोतों से अलग करती है. ईटीवी भारत आगे भी जनसरोकार से जुड़े मुद्दे को निष्पक्षता और बेबाकी से उठाता रहेगा.