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बेतिया: लॉकडाउन के बीच रातों-रात लोगों को मिली सौगात, घर आए प्रवासी श्रमिकों को मिला रोजगार - बेतिया डीएम कुंदन कुमार

बेतिया डीएम कुंदन कुमार ने बताया कि लॉकडाउन का सदुपयोग शहर में 5 किमी लंबी सड़क बनाकर किया गया है. उन्होंने कहा कि यह सड़क पिछले कई सालों से जर्जर अवस्था में थी.

बेतिया डीएम कुंदन कुमार
बेतिया डीएम कुंदन कुमार
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Published : May 15, 2020, 3:40 PM IST

बेतिया: वैश्विक महामारी कोरोना को लेकर लागू लॉकडाउन के बीच भले ही सब कुछ बंद हो, लेकिन बेतिया शहर में जिला प्रशासन ने शहर वासियों को लॉकडाउन में एक नई सौगात दी है. जिला प्रशासन की ओर से लॉकडाउन के दौरान शहर में रातों-रात चमचमाती 5 किमी लंबी सड़क बनवाकर जिले को सौगात दी है.

bettiah
रातो-रात सड़क का हुआ निर्माण

रातों-रात सड़क का कराया निर्माण
बता दें कि शहर की लाइफलाइन कही जाने वाली ये सड़क हरिवाटिका चौक, स्टेशन चौक, समाहरणालय, एसपी कार्यालय, न्यायालय, मोहर्रम चौक से लेकर तीन लालटेन चौक को जोड़ने वाली सड़क है. यह पिछले कई सालों से नहीं बन पाई थी. जर्जर और धूल भरी सड़क से लोग आने जाने को मजबूर थे. लगभग पांच किलोमीटर शहर की यह लाइफ लाइन सड़क और नाला लगभग 18 करोड़ की लागत से बनकर तैयार हो गई है.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

सड़क निर्माण में लगे थे प्रवासी मजदूर
बेतिया डीएम कुंदन कुमार ने बताया कि इस लॉकडाउन में सड़क निर्माण में बाहर से आए सैकड़ों प्रवासी मजदूर लगे हुए थे. जो जिले में रह रहे थे. उन्हीं मजदूरों को काम पर लगाया गया. सड़क भी बनकर तैयार हो गई और लोगों को रोजगार भी मिल गया. उससे भी बड़ी बात लॉकडाउन की वजह से सड़क निर्माण में ट्रैफिक जाम की समस्या भी नहीं हुई.

बेतिया: वैश्विक महामारी कोरोना को लेकर लागू लॉकडाउन के बीच भले ही सब कुछ बंद हो, लेकिन बेतिया शहर में जिला प्रशासन ने शहर वासियों को लॉकडाउन में एक नई सौगात दी है. जिला प्रशासन की ओर से लॉकडाउन के दौरान शहर में रातों-रात चमचमाती 5 किमी लंबी सड़क बनवाकर जिले को सौगात दी है.

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रातो-रात सड़क का हुआ निर्माण

रातों-रात सड़क का कराया निर्माण
बता दें कि शहर की लाइफलाइन कही जाने वाली ये सड़क हरिवाटिका चौक, स्टेशन चौक, समाहरणालय, एसपी कार्यालय, न्यायालय, मोहर्रम चौक से लेकर तीन लालटेन चौक को जोड़ने वाली सड़क है. यह पिछले कई सालों से नहीं बन पाई थी. जर्जर और धूल भरी सड़क से लोग आने जाने को मजबूर थे. लगभग पांच किलोमीटर शहर की यह लाइफ लाइन सड़क और नाला लगभग 18 करोड़ की लागत से बनकर तैयार हो गई है.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

सड़क निर्माण में लगे थे प्रवासी मजदूर
बेतिया डीएम कुंदन कुमार ने बताया कि इस लॉकडाउन में सड़क निर्माण में बाहर से आए सैकड़ों प्रवासी मजदूर लगे हुए थे. जो जिले में रह रहे थे. उन्हीं मजदूरों को काम पर लगाया गया. सड़क भी बनकर तैयार हो गई और लोगों को रोजगार भी मिल गया. उससे भी बड़ी बात लॉकडाउन की वजह से सड़क निर्माण में ट्रैफिक जाम की समस्या भी नहीं हुई.

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