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पश्चिमी चंपारण: बिहार-यूपी सीमा पर गण्डक ने मचाई तबाही, सैकड़ों एकड़ फसलें नष्ट

पिछले सप्ताह गण्डक नदी का जलस्तर बढ़ने के साथ-साथ नदी की धार ने यू-टर्न ले लिया था. पीपी तटबंध स्थित यूपी के अमवा खास और बिहार स्थित धुमनगर पंचायत सीमा पर लगातार कटाव जारी है.

तबाही
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Published : Sep 22, 2019, 11:04 PM IST

पश्चिमी चंपारण: पिछले 1 सप्ताह से लगातार हो रही बारिश की वजह से बिहार-यूपी सीमा से होकर गुजरने वाले पीपी तटबंध पर कटाव का खतरा तेज हो गया है. हालात यह है कि जिले के ठकरहा प्रखंड स्थित धुमनगर पंचायत के दर्जनों घर गण्डक नदी के कटाव की भेंट चढ़ गए. दोनों प्रदेश की सरकारें फ्लड फाइटिंग के काम में जुट गई है.

गण्डक नदी ने लिया यू-टर्न
आपको बता दें कि पिछले सप्ताह गण्डक नदी के जलस्तर बढ़ने के साथ-साथ नदी की धार ने यू-टर्न ले लिया था. पीपी तटबंध स्थित यूपी के अमवा खास और बिहार स्थित धुमनगर पंचायत सीमा पर लगातार कटाव जारी है. धुमनगर पंचायत में गण्डक नदी की विनाशलीला ने दर्जनों घर सहित सैकड़ों एकड़ फसल अपने आगोश में ले लिया है.

पश्चिमी चंपारण
गण्डक नदी की तबाही

बाढ़ पीड़ितों के बीच दहशत का माहौल
बाढ़ पीड़ितों का कहना है कि घर और खेत कट जाने के बाद उनके पास खाने को कुछ नहीं बचा है. उन्हें कुछ समझ में नहीं आ रहा कि अब वह रहने के लिए कहां जाएंगे. अधिकारी पिछले 2 दिनों से आकर यहां काम तो करवा रहे हैं, लेकिन पीड़ितों के बारे में कोई नहीं सोच रहा.

पश्चिमी चंपारण
जानकारी देते BDO सोनी सौरभ

'फ्लड फाइटिंग को दी जा रही प्राथमिकता'
मौके पर मौजूद ठकरहा प्रखण्ड के BDO सोनी सौरभ का कहना है कि बिहार और यूपी सरकार की तरफ से युद्ध स्तर पर फ्लड फाइटिंग का काम चल रहा है. पीपी तटबन्ध को कटने से बचाने का प्रयास जारी है. फिलहाल कोई खतरे की बात नहीं है. अभी फ्लड फाइटिंग के काम को प्राथमिकता दी जा रही है. उसके बाद प्रभावित लोगों के रिलीफ वर्क को प्राथमिकता दी जाएगी.

बिहार-यूपी सीमा पर गण्डक की तबाही

इस वक्त सब की निगाहें मौसम पर टिकी है. यदि मौसम ने फिर से करवट बदल ली और फिर बारिश आ गई, तो कटाव की संभावनाएं और बढ़ जाएगी. इस बात को लेकर अभी लोगों में दहशत का माहौल है.

पश्चिमी चंपारण: पिछले 1 सप्ताह से लगातार हो रही बारिश की वजह से बिहार-यूपी सीमा से होकर गुजरने वाले पीपी तटबंध पर कटाव का खतरा तेज हो गया है. हालात यह है कि जिले के ठकरहा प्रखंड स्थित धुमनगर पंचायत के दर्जनों घर गण्डक नदी के कटाव की भेंट चढ़ गए. दोनों प्रदेश की सरकारें फ्लड फाइटिंग के काम में जुट गई है.

गण्डक नदी ने लिया यू-टर्न
आपको बता दें कि पिछले सप्ताह गण्डक नदी के जलस्तर बढ़ने के साथ-साथ नदी की धार ने यू-टर्न ले लिया था. पीपी तटबंध स्थित यूपी के अमवा खास और बिहार स्थित धुमनगर पंचायत सीमा पर लगातार कटाव जारी है. धुमनगर पंचायत में गण्डक नदी की विनाशलीला ने दर्जनों घर सहित सैकड़ों एकड़ फसल अपने आगोश में ले लिया है.

पश्चिमी चंपारण
गण्डक नदी की तबाही

बाढ़ पीड़ितों के बीच दहशत का माहौल
बाढ़ पीड़ितों का कहना है कि घर और खेत कट जाने के बाद उनके पास खाने को कुछ नहीं बचा है. उन्हें कुछ समझ में नहीं आ रहा कि अब वह रहने के लिए कहां जाएंगे. अधिकारी पिछले 2 दिनों से आकर यहां काम तो करवा रहे हैं, लेकिन पीड़ितों के बारे में कोई नहीं सोच रहा.

पश्चिमी चंपारण
जानकारी देते BDO सोनी सौरभ

'फ्लड फाइटिंग को दी जा रही प्राथमिकता'
मौके पर मौजूद ठकरहा प्रखण्ड के BDO सोनी सौरभ का कहना है कि बिहार और यूपी सरकार की तरफ से युद्ध स्तर पर फ्लड फाइटिंग का काम चल रहा है. पीपी तटबन्ध को कटने से बचाने का प्रयास जारी है. फिलहाल कोई खतरे की बात नहीं है. अभी फ्लड फाइटिंग के काम को प्राथमिकता दी जा रही है. उसके बाद प्रभावित लोगों के रिलीफ वर्क को प्राथमिकता दी जाएगी.

बिहार-यूपी सीमा पर गण्डक की तबाही

इस वक्त सब की निगाहें मौसम पर टिकी है. यदि मौसम ने फिर से करवट बदल ली और फिर बारिश आ गई, तो कटाव की संभावनाएं और बढ़ जाएगी. इस बात को लेकर अभी लोगों में दहशत का माहौल है.

Intro:विगत एक सप्ताह के मध्य लगातार हुई बारिश का असर अब देखने को मिल रहा है। बिहार यूपी सीमा से होकर गुजरने वाले पीपी तटबन्ध पर कटाव का खतरा तेज हो गया है। दोनो प्रदेश की सरकारें फ्लड फाइटिंग के काम मे युद्धस्तर पर जुट गईं हैं। हालात ये हैं कि बिहार के ठकरहा प्रखण्ड अंतर्गत धुमनगर पंचायत के दर्जनों परिवारों का घर गण्डक नदी के कटाव की भेंट चढ़ गया है। लोगों की सैकड़ो एकड़ फसल का भी नुकसान हुआ है।


Body:बता दे कि बगहा के गण्डक पार स्थित ठकरहा प्रखण्ड को जोड़ने वाली पीपी तटबन्ध यूपी के कुछ इलाकों से होकर गुजरती है। पिछले हफ्ते गण्डक नदी का जलस्तर बढ़ने के साथ ही नदी की धारा ने यू टर्न ले लिया है और पीपी तटबन्ध स्थित यूपी के अमवा खास और बिहार स्थित धुमनगर पंचायत सीमा पर लगातार कटाव कर रही है। आलम यह है कि ठकरहा प्रखण्ड अंतर्गत धुमनगर पंचायत के दर्जनों घर और साथ ही साथ लोगों के सैकड़ों एकड़ फसल को गण्डक की विनाशलीला ने अपने आगोश में ले लिया है। यहां लोग अब दहशत में जीने को मजबूर है। पीड़ितों का कहना है कि घर व खेत कट जाने के बाद अब उनके पास खाने को कुछ नही बचा। रहने के लिए अब कहा जाएंगे कुछ समझ नही आ रहा। अधिकारी दो दिन से आ रहे हैं, यहां काम करवा रहे हैं, लेकिन पीड़ितों के बारे में कोई नही सोच रहा।
वही मौके पर मौजूद ठकरहा प्रखण्ड के प्रखण्ड विकास पदाधिकारी सोनी सौरभ का कहना है कि बिहार और यूपी सरकार के तरफ से युद्ध स्तर पर फ्लड फाइटिंग का कार्य कराया जा रहा है। पीपी तटबन्ध को कटने से बचाने का प्रयास जारी है। फिलहाल कोई खतरे की बात नही है। फिलहाल फ्लड फाइटिंग के काम को प्राथमिकता दिया जा रहा है। कुछ लोगों के घर और खेत भी कटने की सूचना है। ऐसे में जो लोग प्रभावित हुए हैं उनका रिलीफ वर्क भी किया जाएगा।
बाइट-1 वसन्ती देवी, पीड़िता
बाइट-2 सोनी सौरभ, बीडीओ, ठकरहा


Conclusion:जिस तरह से गण्डक नदी की धारा ने अचानक से अपना रुख मोड लिया है ऐसे में अब लोगों की उम्मीद इस बात पर टिकी होगी कि मौसम करवट न ले और फिर बारिश ना आये। अन्यथा बारिश होने के उपरांत एक मर्तबा फिर गण्डक नदी का जलस्तर बढ़ेगा और कटाव की संभावनाए और ज्यादा बढ़ जाएगी। फिर पीपी तटबन्ध पर खतरे की घण्टी को टालना मुश्किल हो जाएगा।
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