पश्चिमी चंपारण: जिले के बेतिया में आठ सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल कर रहे कार्यपालक सहायकों ने भितिहरवा में धरना प्रदर्शन किया. बिहार राज्य कार्यपालक सहायक सेवा संघ के आह्वान पर आठ सूत्रीय मांगों के समर्थन में अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे कार्यपालक सहायकों ने बुधवार को जिला इकाई पश्चिम चंपारण के द्वारा गांधी की कर्मभूमि भितिहरवा आश्रम के समक्ष धरना प्रदर्शन किया गया.
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कार्यपालक सहायकों का विरोध प्रदर्शन
इस संबंध में कार्यपालक सहायक सेवा संघ के जिला अध्यक्ष हिमांशु श्रीवास्तव ने बताया कि जब तक सरकार उनकी मांगे पूरी नहीं करती है, तब तक वे लोग हड़ताल पर रहेंगे. उन्होंने बताया कि सरकार कार्यपालक सहायकों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है. सरकार ने उनके हितों के खिलाफ निर्णय लेकर अच्छा नहीं किया है. बिहार सरकार ने कार्यपालक सहायकों की नियुक्ति के लिए बिहार प्रशासनिक सुधार मिशन सोसाइटी का गठन कर किया है.
''लगभग दस वर्षों से कार्यपालक सहायक अपने कर्तव्यों का लगातार निर्वहन करते आ रहे हैं. बेहतर कार्यों के कारण ही बेहतर प्रशासन के लिए बिहार सरकार और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय सहित कई पुरस्कार मिल चुके हैं. वर्तमान में बिहार सरकार अपने हिटलरशाही रवैया के कारण हमें हमारे मूलभूत विभाग से हटाकर बेल्ट्रौन कंपनी को सौंपना चाहती है''- हिमांशु श्रीवास्तव, जिला अध्यक्ष, कार्यपालक सहायक सेवा संघ
कार्यपालक सहायकों की प्रमुख मांगें:
- कार्य मुक्त कार्यपालक सहायकों को तत्काल प्रभाव से अन्य विभागों में समायोजित करना.
- कार्य पालक सहायक की न्यूनतम योग्यता इंटर करते हुए उनको नियमितीकरण करना.
- महिला कार्य पालकों को विशेष अवकाश अनुमान्यता प्रभावी करना.
- कार्यपालक सहायकों का देय 10%, वार्षिक मानदेय 66% वृद्धि करना.
- यदि कार्य पालक सहायकों को स्थानांतरण किया जाए तो उनको सरकारी सेवा के अनुरूप अनुमान्य भत्ता देना.
- 2015 के आंदोलन के दौरान आंदोलनरत कार्य पालक सहायकों पर दायर गर्दननी बाग कांड को समाप्त करना.