बगहाः बिहार के इकलौते वाल्मीकि टाइगर रिजर्व जंगल में अवैध पातन करते तीन वन तस्कर गिरफ्तार किये गए हैं. लकड़ी काटने की सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम ने तस्करों को रंगे हाथों कटे हुए पेड़ की बेशकीमती लकड़ियों के साथ पकड़ लिया. इसके बाद इन्हें वन अधिनियम के तहत जेल भेज दिया गया.
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वीटीआर में लकड़ी काटते तीन तस्कर गिरफ्तारः जानाकरी के मुताबिक बीती रात जंगल में वन तस्करों ने शीशम के तीन पेड़ों को काटा और उसेक बाद उसके गुल्लियों को वाहन में रखकर ले जा रहे थे, तभी वनकर्मियों ने लकड़ी तस्करों को रंगे हाथ दबोच लिया. वाल्मीकि टाइगर रिजर्व अंतर्गत मदनपुर वन क्षेत्र के वनपाल राजेश रौशन के नेतृत्व में हुई कार्रवाई में वन विभाग को यह सफलता मिली है.
न्यायिक हिरासत में जेल भेजे गए तस्करः को वहीं, गिरफ्तार तीनों वन तस्करों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है. बता दें की वाल्मीकि टाइगर रिजर्व जंगल में सागवान, सतसाल, सखुवा और विभिन्न प्रजातियों की बेशकीमती लकड़ियां मिलती हैं. जिनपर लकड़ी तस्करों की गिद्ध दृष्टि जमी रहती है. स्थानीय लोगों के मुताबिक तस्कर पूर्व से ही काटने वाले लकड़ियों को चिन्हित कर लेते हैं और फिर मौका देखकर उन पेड़ों को काट लेते हैं.
30 सितम्बर तक जंगल में भ्रमण पर रोकः हालांकि वन विभाग इन तस्करों पर नजर रखने के लिए लगातार पेट्रोलिंग करता रहता है, लेकिन बरसात के दिनों में जब जंगल में पानी भर जाता है तब जंगल के भीतर वनकर्मी गश्त नहीं लगा पाते. इसी समय तस्करों को मौका मिल जाता है और वो लकड़ियों की कटाई में लग जाते हैं. फिलहाल 30 सितम्बर तक जंगल में भ्रमण व सफ़ारी पर रोक लगी है.