बगहा: बिहार के पश्चिमी चंपारण जिला अंतर्गत ठकराहा प्रखंड के हरख टोली में चल रहे कटावरोधी कार्य में अनियमितता का मामला और ज्यादा तूल पकड़ने लगा है. दरअसल ग्रामीणों ने आरोप लगाया था कि फ्लड फाइटिंग कार्य में बड़े पैमाने पर अनियमितता बरती जा रही है. यह मामला इतना तूल पकड़ लिया कि कटाव स्थल पर जानकारी लेने पहुंचे पूर्व मुखिया और ठिकेदार में मारपीट भी हो गई. शुक्रवार को जल संसाधन विभाग के चीफ इंजीनियर निरीक्षण के लिए पहुंचे (Chief Engineer inspected anti erosion work) और मामले की जांच की.
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कटावरोधी कार्य का निरीक्षण: इस खबर को ईटीवी भारत ने प्रमुखता से दिखाया था. जिसके बाद जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता अशोक रंजन कटावरोधी कार्य स्थल पर पहुंचे और उन्होंने जांच की. हालांकि, जांच के बाद उन्होंने विभागीय लापरवाही पर पर्दा ढंकते हुए कहा कि सब कुछ सामान्य है और कार्य संतोषजनक है. इतना हीं नहीं उन्होंने कहा की मजदूरों की लापरवाही से कहीं से तीन चार बोरियों में मिट्टी भरने का मामला आया था. जिसको अब हटा दिया गया है और बोरियों में सिर्फ बालू भरा जा रहा है.
बोरा में बालू की जगह भड़ा जा रहा मिट्टी: बता दें की पूर्व मुखिया और ग्रामीणों का आरोप था कि विभाग द्वारा सभी बोरियों के बालू की जगह मिट्टी भराई हो रही है. जिससे जब उन बोरियों को पानी में डाला जा रहा है तो वे ध्वस्त हो कर पानी की धारा में समा जा रहा है. बताया जाता है की 700 मीटर में से 300 मीटर तक का गेबियन यस्टर्ड पानी की धारा में समाहित हो गया है. ऐसे में मुख्य अभियंता ने जांच के बाद जो सफाई दी. उससे साफ जाहिर होता है की वे विभागीय अधिकारियों के कमियों को छुपा रहे हैं.
बीजेपी विधायक ने लगाया था आरोप: दूसरी तरफ बीजेपी विधायक राम सिंह ने बगहा में गाइड बांध और हरख टोली में हो रहे फ्लड फाइटिंग कार्य में भारी लूट पाट का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा की जिला और सदन दोनों जगह उन्होंने इस लूट खसोट के खिलाफ आवाज उठाई है. लेकिन जांच के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है. उन्होंने कहा की अभी नदी में कम पानी है, तब गेबियन और यस्टर्ड पानी की धारा में ध्वस्त हो जा रहे हैं. यदि बरसात में गंडक नदी से जब चार से पांच लाख क्यूसेक पानी छोड़ा जाएगा, तब क्या हश्र होगा.
"हम देखने के लिए आए हैं. कहीं-कहीं सिंक आ गया था. जहां-जहां दिक्कत है, वहां काम चल रहा है. थोड़ा सा पानी बढ़ा है. जिससे दिक्कत हुई है. लेकिन उससे कोई दिक्कत नहीं है. वहां पर बालू भी है. काम चल रहा है. काम किया जा रहा है."- अशोक रंजन, मुख्य अभियंता, जल संसाधन विभाग
"जिला और सदन दोनों जगह उन्होंने इस लूट खसोट के खिलाफ आवाज उठाई है. लेकिन जांच के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है. उन्होंने कहा की अभी नदी में कम पानी है, तब गेबियन और यस्टर्ड पानी की धारा में ध्वस्त हो जा रहे हैं. यदि बरसात में गंडक नदी से जब चार से पांच लाख क्यूसेक पानी छोड़ा जाएगा, तब क्या हश्र होगा."- राम सिंह, विधायक, बगहा