बेतिया: बीजेपी से चनपटिया विधायक उमाकांत सिंह (Chanpatia BJP MLA Umakant Singh) की भाभी बीना सिंह बुरी तरह बिहार नगर निकाय चुनाव (Bihar Municipal Elections) हार गई हैं. भारतीय जनता पार्टी के विधायक के चुनाव प्रचार के बाद भी उनकी भाभी वार्ड का चुनाव तक नहीं जीत पाई हैं. बीजेपी विधायक उमाकांत सिंह की भाभी बीना सिंह को ऋतुल प्रिया ने 176 वोटों से करारी शिकस्त दी है. बता दें कि चनपटिया से बीजेपी विधायक उमाकांत सिंह की भाभी बीना सिंह वार्ड संख्या 33 से वार्ड पार्षद चुनाव लड़ रही थी. उनके लिए खुद चनपटिया विधायक उमाकांत सिंह स्टार प्रचारक बने हुए थे. क्षेत्र में उनके लिए वोट भी मांगे. लेकिन जनता ने उन्हें नकार दिया और उनकी भाभी को ऋतुल प्रिया ने 176 वोटों से हरा दिया.
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BJP विधायक की भाभी वार्ड पार्षद का चुनाव हारीं : बता दें कि बेतिया में कुल 46 वार्ड में वार्ड पार्षद का चुनाव हुआ था. जिसमें वार्ड संख्या 33 पर भी सब की नजर थी. क्योंकि वहां से बीजेपी के चनपटिया विधायक उमाकांत सिंह की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी थी. उमाकांत सिंह सुबह से ही मतदान केंद्र पर बैठे रहे और उन्होंने भरपूर कोशिश की कि उनकी भाभी चुनाव जीत जाएं. लेकिन ऋतुल प्रिया ने उन्हें करारी शिकस्त दे दी. जो चर्चा का विषय बना हुआ है.
बेतिया नगर निगम चुनाव : वहीं, बेतिया मेयर गरिमा देवी सिकारिया ने बेतिया नगर निगम का चुनाव जीतकर बीजेपी के दिग्गज और पूर्व उपमुख्यमंत्री रेणु देवी सहित बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर संजय जयसवाल (Bihar BJP President Dr Sanjay Jaiswal) को करारा जवाब दिया है. बेतिया की मेयर गरिमा सिकारिया को जनता ने मेयर का ताज पहनाया हैं. बिहार में सबसे ज्यादा प्रचंड मत पाने वाली पहली महिला वो मेयर बनी हैं. गरिमा देवी सिकारिया को 72 हजार 748 मत मिला है.
गरिमा देवी सिकारिया बनीं मेयर : गौरतलब है कि बिहार के बेतिया नगर निगम (Bettiah Municipal Corporation) मेयर गरिमा देवी सिकारिया (Mayor Garima Devi Sikariya) को हराने के लिए पूर्व उपमुख्यमंत्री रेणु देवी (Former Deputy CM Renu Devi) के साथ भाजपा के दिग्गज नेताओं ने गली-गली वोट मांगे थे. जनता ने भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेताओं को नकार कर उन्हें करारा जवाब दिया है. बेतिया नगर निगम चुनाव में पूर्व उपमुख्यमंत्री रेणु देवी की बहू को करारी हार मिली हैं. उन्हें मात्र दस हजार वोट मिले हैं. पूर्व उपमुख्यमंत्री की बहू सुरभि घई को 62 हजार वोट से करारी हार मिली हैं. बेतिया का बदलापुर जनता ने सूद समेत बीजेपी को नेवता लौटाया है.