पश्चिम चंपारण (बेतिया): गंडक नदी में आई भीषण बाढ़ के कारण यहां इंसानों की जान पर आफत तो आई ही है. वहीं, जानवरों और अन्य जीवों पर भी आफत आ गई है. हालात ये हैं कि इंसानों के साथ-साथ इन्हें भी पलायन करना पड़ रहा है.
जंगल में घुसा बाढ़ का पानी
बिहार का एकलौता टाइगर रिजर्व वाल्मीकि नगर के जंगलों में बाढ़ का पानी घुस गया है. यहां रह रहे जानवर और अन्य वन जीवों के जान पर आफत आ गई है. चारों तरफ पानी ही पानी होने से जंगल से जानवर निकलकर सुरक्षित स्थान की तलाश में रिहायशी क्षेत्र में आ जा रहे हैं.
हिरण का बच्चा भटका
पिपरासी प्रखंड के डुमरी भगड़वा पंचायत स्थित रहमानपुर गांव से सटे पिपरा पिपरासी तटबंध पर गंडक नदी से बहकर एक हिरण का शावक आ गया था, जो इधर उधर भाग रहा था. इसे देख आवारा कुत्तों का झुंड उस पर टूट पड़ा. वहीं, बांध पर टहल रहे भाजपा प्रखंड अध्यक्ष हरिलाल पटेल की नजर शावक पर पड़ी तो उन्होंने चिल्लाते हुए ग्रामीणों को बुलाकर हिरण के बच्चे की जान बचाई.
वन विभाग को दी गई सूचना
हरिलाल पटेल ने बताया कि हिरण को सुरक्षित वे अपने घर पर रखे हुए है. इसकी सूचना उनके द्वारा वन विभाग के साथ घनहा थाने को दे दी गई है.