पश्चिम चंपारण (बेतिया): पश्चिम चंपारण जिला के नरकटियागंज प्रखंड के मनवापरसी पंचायत के बखरी घाट ( Bakhri Ghat ) पर बना नवनिर्मित पुल का अप्रोच मानसून की पहली बारिश में ही ध्वस्त होने लगा है. जिसको लेकर बखरी मदरसा टोला गांव के ग्रामीणों ने सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया है. प्रदर्शन कर रहे दर्जनों ग्रामीणों ने बताया कि पुल के एप्रोच निर्माण में संवेदक के द्वारा घटिया कार्य कराया है. जिससे मानसून की पहली बारिश में ही पुल का अप्रोच पथ ध्वस्त होने लगा है. जगह-जगह से एप्रोच पथ धंस गया है.
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बता दें कि यह पुल का एप्रोच का इसी साल मार्च-अप्रैल के महीने में कार्य पूर्ण हुआ है. ग्रामीण बताते हैं कि करोड़ों की लागत से तैयार पुल होने के बावजूद इसके एप्रोच का निर्माण कार्य गुणवत्तापूर्ण नहीं किया गया. जिससे एप्रोच पथ जगह-जगह से ध्वस्त होकर संकीर्ण हो गया है.
अब लोगों को डर है कि अगर अगली बार बलोर नदी की जलस्तर बढ़ा तो एप्रोच पथ पूरी तरह से ध्वस्त हो जाएगा. बखरी घाट बलोर नदी पर बना यह पुल मैडरोल, बड़निहार, हरपुर, बलुआ, सीतापुर, मनवा, परसी गांव समेत थरुहट क्षेत्र के कई गांव के लोगों के आवागमन के लिए बहुत उपयोगी है.
प्रखंड कांग्रेस अध्यक्ष अमजद अली ने बताया कि एप्रोच के जगह-जगह क्षतिग्रस्त हो जाने व कार्य की गुणवत्ता जांच कराने को लेकर जिला पदाधिकारी से शिकायत की गई है, ताकि समय रहते इसकी मरम्मत व दोषियों पर कार्रवाई हो सके.
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पथ की लंबाई करीब 405 मीटर है. ग्रामीण कार्य विभाग की और पीएम ग्राम सड़क योजना के तहत चमुआ मेंडरोल पथ के बलोर नदी पर उच्च स्तरीय आरसीसी पुल व अप्रोच पथ का निर्माण कराया गया है. जिसकी लागत करीब 5 करोड़ 41 लाख 24,966 रुपये है. पुल की लंबाई करीब 137 मीटर और एप्रोच पथ की लंबाई करीब 405 मीटर है.