बेतिया(वाल्मीकिनगर): बाढ़ की विभीषिका से अभी क्षेत्र के किसान उभरे भी नहीं थे कि बुधवार की रात चक्रवाती आंधी ने किसानों की कमर तोड़ दी. बगहा-2 प्रखंड के सैकड़ों किसानों के खेतों में लगे 500 एकड़ से अधिक केले की फसल आंधी में गिरकर बर्बाद हो गये हैं. इससे किसानों में मायूसी छाई हुई है.
कर्ज लेकर की थी खेती
प्रखंड दो बगहा के नया गांव रमपुरवा पंचायत के केला किसान सिकंदर बीन, हरेंद्र बीन, सोनू साहनी, कोलेश्वर बीन सत्यम कुमार और चंद्रिका सहनी आदि ने बताया कि सेठ साहूकारों से कर्ज लेकर इस बार केला की अच्छी खेती की थी. लेकिन कौन जानता है कि प्राकृतिक आपदा कब होगा.
आंधी से फसल बर्बाद
किसानों के अनुसार तेज आंधी ने उनके खेतों में लगे केला फसल को क्षण भर में बर्बाद कर दिया. किसानों ने बताया कि इस बार केला की अच्छी पैदावार हुई थी. केला तैयारी के आखरी चरण में था. 2 महीने में वो केला फसल को कटवाने की तैयारी में लगे हुए थे. लेकिन ईश्वर ने उनके ऊपर पहाड़ तोड़ दिया.
सरकार से सहायता की मांग
अब सेठ साहूकारों के कर्ज कैसे चुकाएंगे, इसको लेकर किसान चिंतित हैं. किसान अब सरकार से सहायता के लिए मांग कर रहे हैं. इसकी मायूसी किसानों के घरों पर भी छाई रही. किसानों के परिजनों ने सुबह से चूल्हा तक नहीं जलाया है. लेकिन अब तक किसानों की सुधि लेने के लिए कोई जन प्रतिनिधि और शासन-प्रशासन के लोग नजर नहीं आए हैं. बता दें इस पंचायत के रामपुर मलाही टोला, मुसहरी टोला, पोखरा टोला, मंदिर टोला, हजरा टोला आदि में लाखों के केला के फसल बर्बाद हुए हैं.