बेतिया: बिहार सरकार के आदेश के बाद प्रवासी श्रमिकों के लिए बगहा अनुमंडल क्षेत्र के सीमाई इलाकों में 5 आपदा राहत शिविर बनाया गया है. सरकार ने लॉक डाउन के बावजूद भारी संख्या में दूसरे प्रदेशों से अपने राज्य लौट रहे है. इस मजदूरों की जांच के लिए स्क्रीनिंग की व्यवस्था की गई. बिना जांच के दूसरे राज्य से आए मजदूर जिले में प्रवेश न कर सकें.
बगहा अनुमंडल क्षेत्र तीन तरफ से बिहार-यूपी की सीमा से जुड़ा है. ऐसे में दूसरे प्रदेशों से अपने राज्य में लौट रहे मजदूरों के लिए सीमा क्षेत्र से बिना जांच प्रवेश पर पाबंदी लगा दी गई है. सम्पूर्ण देश मे लॉक डाउन के बीच मुख्यमंत्री के आदेश के बाद सभी सीमाओं पर प्रवासी श्रमिकों के लिए आपदा राहत शिविर बनाया गया है, जिसकी मॉनिटरिंग एसडीएम विशाल राज कर रहे हैं.
इन सीमाओं पर बनाया गया है आपदा राहत शिविर
बिहार-यूपी सीमा के पडरौना और पनियहवा इलाके से आने वाले प्रवासी मजदूरों के लिए आपदा राहत शिविर बनाये गए हैं। जिसमे वाल्मीकि टाइगर रिजर्व क्षेत्र के अंतर्गत उत्क्रमित मध्य विद्यालय मदनपुर शामिल है साथ ही धनहा थाना क्षेत्र अंतर्गत यूपी सीमा पर उत्क्रमित मध्य विद्यालय पचरुखा और उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय, पचरुखा को चुना गया है। इसके अलावा भितहा थाना क्षेत्र से सटे यूपी सीमा पर उत्क्रमित मध्य विद्यालय दहवा और मध्य विद्यालय दहवा में राहत आपदा शिविर स्थापित किए गए हैं.
कम्युनिटी किचन का भी इंतजाम
बगहा अनुमंडल अधिकारी विशाल राज ने बताया कि इन सभी आपदा राहत शिविरों में प्रवासी श्रमिकों के लिए कम्युनिटी किचन की व्यवस्था की गई है. उन्होंने कहा कि इस बात का पूरी तरह से ध्यान रखा जा रहा है कि दूसरे प्रदेशों से आए मजदूर बिहार की सीमा में बिना जांच कराए कोई भी श्रमिक प्रवेश न कर सके.