वैशाली :बिहार में वैशाली के गोरौल प्राथमिक स्वास्थ्य (Water Logging in Goraul PHC) में जल जमाव के चलते मरीज नहीं पहुंच पाते. यहां तैनात डॉक्टर और कर्मी भी वाटर लॉगिंग से परेशान हैं. जबकि इस अस्पताल के पास तमाम संसाधन मौजूद हैं लेकिन ये बीमार वाटर लॉगिंग के चलते बीमार पड़ा हुआ है.
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गोरौल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में जलजमाव: अस्पताल परिसर में ही लंबे समय से जलजमाव होने से फिसलन की स्थिति बन गई है. कोई भी यहां आकर इलाज कराना नहीं चाहता है. स्वास्थ्य केंद्र में तैनात डॉक्टर भी जनप्रतिनिधि से लेकर से सिविल सर्जन तक अपनी बात पहुंचा चुके हैं. लेकिन कई सालों से जल जमाव की परेशानी झेल रहे इस स्वास्थ्य केंद्र की कोई भी सुध लेने वाला नहीं है. हालात यह है कि धीरे-धीरे मरीजों का आना बंद हो गया है.
कई साल से नहीं बदले हालात: सरकार के लाखों रुपए खर्च होने के बावजूद भी गोरौल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कोई भी मरीज इलाज कराने नहीं जाना चाहता है. जबकि प्रदेश का स्वास्थ्य बजट पुख्ता होने का सरकारी दावा किया जाता रहा है. ऐसे में कहा जा सकता है कि सरकार का एक काम कागज पर अलग दिखता है और जमीनी स्तर पर काम कुछ अलग ही नजर आता है. प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थापित डॉक्टर राज केसरी बताते हैं कि बरसात में हर साल यहां जलजमाव हो जाता है.
''हम लोगों ने बहुत कोशिश की. बहुत लोगों को कहा भी लेकिन किसी ने कुछ नहीं किया. बस आश्वासन देकर चले जाते हैं. कोई भी जनप्रतिनिधि, मुखिया, सिविल सर्जन सब को कहे हैं. ब्लॉक, थाना सभी जगह पानी से भरा हुआ है. निकास का कोई गुंजाइश नहीं है. सभी अधिकारियों को बोला हुआ है कि कम से कम अस्पताल को साफ करवाइए. यहां से साफ सुथरा होना चाहिए. क्योंकि पेशेंट अगर यहां आएगा और गिर जाएगा तो और भी दिक्कत होगी. बहुत सारी सुविधाएं यहां प्रभावित हो रही है हम लोग नहीं दे पा रहे हैं. लोग दूसरे ब्लॉक के हॉस्पिटल में जाते हैं''- डॉ. राज केशरी, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गोरौल