वैशाली: बिहार के समस्तीपुर में निगरानी विभाग ने घूस लेते एक दारोगा को रंगे हाथों गिरफ्तार किया (Inspector Arrested for Taking Bribe) है. हत्याकांड के आरोपी को पकड़ने और केस डायरी को बढ़ाने के लिए दरोगा ने दस हजार रूपये की रिश्वत मांग की थी. निगरानी की टीम ने घूस के 10 हजार रुपए भी बरामद किया. उक्त दारोगा समस्तीपुर जिले के ताजपुर थाना में कार्यरत है. पुलिस ने वहीं से दारोगा को गिरफ्तार किया.
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निगरानी टीम की बड़ी कार्रवाई: निगरानी की टीम ने रिश्वतखोर दरोगा को गिरफ्तार कर हाजीपुर सर्किट हाउस लेकर आई है. जहां आरोपी दरोगा से पूछताछ के साथ पेपर संबंधित कार्य की जा रही हैं. रिश्वतखोर दरोगा को पटना निगरानी की टीम ने 10 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. बताया गया कि ताजपुर थाना क्षेत्र के चाकसिकंदर निवासी अमरेंद्र कुमार के पिता की जमीनी विवाद में हत्या हो गई थी. जिसका मामला ताजपुर थाने में दर्ज कराया गया था. थाना कांड में दफा 302 और दफा 307 लगा था. जिसका इन्वेस्टिगेशन ऑफिसर सब इंस्पेक्टर विजय शंकर शाह बने थे.
रिश्वत लेते दारोगा गिरफ्तार: आरोप है कि केस के आईओ विजय शंकर शाह ने मृतक के पुत्र अमरेंद्र कुमार से डायरी बढ़ाने और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए 10 हजार रुपए रिस्वत की मांग की थी. जिसके बाद अमरेंद्र कुमार ने पटना निगरानी विभाग की इस संबंधित लिखित आवेद दिया था. आवेदन के आधार पर निगरानी विभाग द्वारा दरोगा के उपर रिस्वत मांगने के आरोप की जांच की गई. जांच में मामला सही पाए जाने के बाद घूसखोर दारोगा को ट्रैप करने का जाल निगरानी विभाग के द्वारा बिछाया गया.
जांच के बाद की गई कार्रवाई: पूर्व नियोजित तय कार्यक्रम के तहत निगरानी अन्वेषण बीयूरो के पुलिस उपाधीक्षक विजय कुमार श्रीवास्तव के नेतृत्व में 5 सदस्यीय निगरानी की टीम ताजपुर पहुंची. जहां हॉस्पिटल चौक पर अमरेंद्र कुमार के द्वारा दिए गए रिस्वत के साथ आरोपी दरोगा विजय शंकर शाह को गिरफ्तार कर लिया गया और फिर उन्हें हाजीपुर सर्किट हाउस लाया गया. जहां विभागीय पेपर वर्क का काम किया जा रहा है.
पूछताछ के लिए लाया गया हाजीपुर सर्किट हाउस: इस विषय में पटना निगरानी अन्वेषण ब्यूरो के पुलिस उपाधीक्षक विजय कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि रिश्वत के 10 हजार रुपए के साथ ताजपुर थाना में पदस्थापित दरोगा विजय शंकर शाह को गिरफ्तार किया गया है. जिसके बाद सर्किट हाउस हाजीपुर में पेपर संबंधी कार्य किया जा रहा है. गिरफ्तार दरोगा के खिलाफ विभाग को लिखित आवेदन दिया गया था. जिसकी जांच करने के बाद उन्हें रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है.
"अमरेंद्र कुमार, ग्राम पोस्ट चकसिकंदर, ताजपुर समस्तीपुर का आवेदन निगरानी अन्वेषण ब्यूरो पटना को प्राप्त हुआ था. उनके द्वारा आरोप लगाया कि ताजपुर थाना के सब इंस्पेक्टर विजय शंकर शाह कम इन्वेस्टिगेटिंग ऑफीसर. इन्होंने ताजपुर थाना में दर्ज एक कांड जिसमें 302 और धारा 307 लगा हुआ था. उसमें अभियुक्तों को पकड़ने और केस डायरी को भेजने के एवज में 10 हजार रुपए रिश्वत की मांग किए थे और इन्हें 10 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए हॉस्पिटल चौक ताजपुर के पास से रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है. इनका विजिलेंस ऑफिस में एक कंप्लेन आया था. उसके बाद हम लोगों ने परिवाद का सत्यापन कराया. सत्यापन सही पाया पाए जाने के बाद हम लोगों ने जाल बिछाया और कार्रवाई किया. इनको 10 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया है."- - विकास कुमार श्रीवास्तव, पुलिस उपाधीक्षक, निगरानी अन्वेषण ब्यूरो, पटना
"इनसे पूछताछ की गई है कुछ पेपर वर्क चल रहा है. यह जो पकड़े गए हैं यह 2009 बैच के सब इंस्पेक्टर हैं. यह जिस मामले अनुसंधानकर्ता हैं उसमें हुआ यह था कि अमरेंद्र कुमार के पिताजी स्वर्गीय बैजनाथ राय का आपसी विवाद था. उसी जमीनी विवाद में इसके पिता की हत्या हो गई थी. जिसका इन्होंने कंप्लेन किया था. जिसका मामला ताजपुर थाना में दर्ज हुआ था. इसी के एवज में उन्होंने केस डायरी को आगे बढ़ाने के लिए रिश्वत की मांग की थी. यह आरोपियों की गिरफ्तार नहीं कर रहे थे. यह अभी समस्तीपुर जिले के ताजपुर थाना पोस्टेड हैं. अभी हम इनको लेकर हाजीपुर सर्किट हाउस आए हैं. जहां पेपर वर्क चल रहा है."- विकास कुमार श्रीवास्तव, पुलिस उपाधीक्षक, निगरानी अन्वेषण ब्यूरो, पटना
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