वैशाली: आरजेडी पोस्टर पर पलटवार करते हुए केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय (Union Minister Nityanand Rai) ने कहा कि आरजेडी ने अपने पोस्टर में नीतीश कुमार को भगवान राम और कृष्ण के रूप में दिखाया है, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रावण और कंस बताया है लेकिन देश जानता है कि कौन राम है और कौन रावण?. उन्होंने शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर के बयान को तुष्टीकरण की राजनीति करार दिया. साथ ही कहा कि यह बयान नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव को खुश करने के लिए दिया गया है.
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केंद्रीय मंत्री ने सीएम नीतीश पर किया हमला: हाजीपुर स्थित अपने आवास पर संवाददाताओं से बातचीत में उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश कुमार और तेजस्वी जी को गरीबों की आह लग रही है. उन्होंने कहा कि जिस समय बिहार बाढ़ से जुझ रहा था. बच्चे दूध के लिए रो रहे थे. उस समय भी राज्य की सरकार ने दूध घोटाला किया था. वहीं दूसरी ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना भागीरथ से करते हुए कहा कि जिस तरह भगीरथ ने लोकहित के लिए गंगा नदी को धरती पर लेकर आए, उसी तरह से पीएम मोदी गरीबों के लिए कई विकास वाले योजनाओं को लेकर आए हैं.
'अपनी कमियों को छुपाने के लिए लगाए ऐसे पोस्टर': दरअसल, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय उजियारपुर संसदीय क्षेत्र का दौरा करने के बाद हाजीपुर के करणपुरा स्थित अपने आवास पर आए हुए थे. जहां कुछ पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि राजद की ओर से अपनी त्रुटियों को छुपाने के लिए इस तरह का तस्वीर लगाया गया है. इस तस्वीर का कुछ भी मतलब नहीं बनता है. राज्य की जनता सब समझती है. उन्होंने कहा कि देश और राज्य में कौन रावण और कौन कौरव है. सभी लोग जानते हैं. उन्होंने कहा कि मैं भगवान कृष्ण की मुरली का पुजारी हूं. इसके साथ ही सुदर्शन चक्र का भी पुजारी हूं. आज तो लोग भगवान को गाली दे रहा है. गौ माता की हत्या करवा रहा है. इन सारे कर्मों का पाप लगेगा. आखिरकार उन्होंने इस बात पर कहा कि वैसे सारे लोगों का सत्यानाश होने वाला है.
सीएम का बीजेपी से संपर्क नहीं: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बीजेपी के संपर्क में होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि कोई संपर्क नहीं हो रहा है. नीतीश कुमार से अब बीजेपी किसी भी जन्म में नहीं समझौता करने वाली है. नीतीश जी अब पूरी तरह से हाशिए पर आ चुके हैं. बिहार की जनता अब इनको इंकार कर चुकी है. वहीं एनओयू के दीक्षांत समारोह में शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर के रामचरितमानस पर दिए बयान पर कहा कि चंद्रशेखर जी के बयान में साफ हिंदू धर्म को गाली दिया जा रहा है. धार्मिक ग्रंथ रामायण को झूठा और बकवास कह रहे हैं. यह बयान उन्होंने सिर्फ इसलिए दिया है कि क्योंकि उन्हे तुष्टीकरण की राजनीति करना है औप उसके साथ वोट बैंक की राजनीति करनी है. उन्हें अपने मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के सामने बहादुर बनना है ताकि इस बयान के लिए उन्हें तमगा दिया जाए.
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