वैशाली: पूर्ण शराबबंदी वाले बिहार में जहरीली शराब पीने से मौत (Poisonous Liquor Death In Vaishali) का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा. ताजा मामला वैशाली जिले के महुआ का है. जहां एक और व्यक्ति की संदिग्ध हालात में मौत हुई है. ऐसे में वैशाली एसपी मनीष (Vaishali SP Manish) ने मौत के कारणों की जांच करने के आदेश दे दिए. जब पुलिस महुआ के भदवास गांव में मृतक का शव लेने पहुंची तो परिजनों और ग्रामीणों ने शव का पोस्टमार्टम कराने से इंकार कर दिया. साथ ही शव लेकर मौके से फरार होने की कोशिश करने लगे.
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ग्रामीणों और पुलिस के बीच हल्की झड़प: जानकारी के मुताबिक एसपी के आदेश पर महुआ एसडीपीओ मामले की जांच करने पहुंचीं थी और शव को पोस्टमार्टम के लिए लाने का प्रयास किया लेकिन परिजन और ग्रामीण शव का पोस्टमार्टम कराने को तैयार नहीं थे. लिहाजा लोगों ने पुलिस के साथ धक्का मुक्की कर शव को गाड़ी में लादकर ले भागे. हालांकि, पुलिस ने कड़ी मशक्कत कर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. इस बाबत एसपी मनीष ने फोन पर बताया कि मामले की जांच के लिए महुआ एसडीपीओ पूनम केसरी और महनार एसडीपीओ एस के पंजियार के नेतृत्व में जांच टीम का गठन किया गया है. ये टीम पूरे मामले की जांच करेगी.
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बीमार लोगों से एसपी की अपील: इधर, एसपी ने लोगों से अपील करते हुए कहा है कि अगर किसी की तबीयत खराब है तो वह सामने आए ताकि समय पर उनका इलाज कराया जा सके. इस मामले को लोग छुपाए नहीं. बहरहाल महुआ के भदवास गांव और देशरी के नयागंज में पुलिस प्रशासन की टीम मौके पर पहुंच कर मामले की जांच में जुट गई है. गौरतलब है कि सारण जिले के बाद वैशाली में भी जहरीली शराब पीने से तीन लोगों की मौत की खबर सामने आई है. इससे पहले सारण में 11 लोगों की जहरीली शराब पीने से मौत हुई थी. कई बीमार लोगों का अभी भी अस्पताल में इलाज चल रहा है. कुछ लोगों के आंख की रोशनी तक चली गई है.
"दो संदिग्ध मौत मामले में जांच का आदेश दिया गया है. महुआ और महनार के एसडीपीओ और एसडीओ मामले की जांच कर रहे हैं. पोस्टमार्टम रिपोर्ट और जांच रिपोर्ट आने के बाद ही मामला स्पस्ट हो पाएगा. वहीं लोगो से अपील की जाती है कि कोई अगर बीमार है तो इसकी सूचना पुलिस को देकर अपना इलाज करवाएं" -मनीष, वैशाली एसपी.