वैशाली: बिहार के वैशाली जिले के हाजीपुर के आरएन कॉलेज में श्रम संसाधन विभाग की ओर से रोजगार मेला का आयोजन किया गया था लेकिन यह आयोजन तब राजनीतिक रणभूमि में तब्दील हो गया, जब मंच से ही अपने अपने भाषण के दौरान पातेपुर से बीजेपी विधायक लखेंद्र कुमार रौशन और श्रम संसाधन मंत्री सुरेंद्र राम एक-दूसरे को खरी-खोटी सुनाते नजर आए. विधायक ने आरोप लगाते हुए कहा कि कार्यक्रम में प्रोटोकॉल का पालन नहीं हुआ, उन्हें इसकी सूचना भी नहीं दी गई. इतना ही नहीं उन्होंने रोजगार मेला को लेकर भी श्रम मंत्री सुरेंद्र राम के सामने ही कटाक्ष किया.
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मंत्री और विधायक आमने-सामने: वहीं अपने भाषण के दौरान मंत्री सुरेंद्र राम ने पूर्व की सरकार के साथ-साथ भारत सरकार पर रोजगार नहीं देने और देश की संपत्तियों को बेचने का आरोप लगाया. मंत्री ने कहा कि महागठबंधन की सरकार बनी है तो सारे समाधान होंगे, पातेपुर विधायक को यह समझना होगा. उन्होंने कहा कि 2014 में सरकार बनी तो हर साल दो करोड़ लोगों को नौकरी देने का दावा किया गया था लेकिन सच्चाई सामने है. देश की सारी संपत्तियों को बेचकर कह रहे हैं कि विकास कर रहे हैं.
विधायक का मंत्री पर हमला: इसके पहले पातेपुर विधायक लखेन्द्र कुमार रौशन ने कहा कि इस कार्यक्रम की सूचना सरकारी स्तर पर सभी विधायक को दिया जाना चाहिए था लेकिन नहीं मिली. इस प्रकार का कार्यक्रम में ऐसा नहीं होना चाहिए. प्रोटोकॉल का पालन जरूर होना चाहिए. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत 2015 से नौजवानों को देश विदेश में नौकरी मिली है.
मंत्री से शख्स ने सुनाई समस्या: वहीं कार्यक्रम के बीच में एक व्यक्ति अपनी परेशानियों को लेकर मंत्री के सामने आ गए. पहले तो उन्हें बोलने से रोका गया लेकिन फिर बाद में मंत्री ने बुलाकर उनकी बात सुनी और निपटारे का आश्वासन दिया. कार्यक्रम के बाद मीडिया से बात करते हुए श्रम मंत्री सुरेंद्र राम ने कहा कि बिहार में संसाधन की कमी है, इसके बावजूद भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने अच्छे मैनेजमेंट से बिहार को ऊंचाई पर ले गए हैं. वहीं उन्होंने तेजस्वी यादव के मुख्यमंत्री बनने के सवाल पर कहा कि यह भविष्य के गर्भ में है. हमारे नेताा में हर तरह की क्वालिटी है. समय आएगा तो उसका उपयोग होगा.
मंत्री से लखेंद्र का सवाल: उधर, बाहर निकलकर मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए लखेंद्र कुमार रोशन ने कहा कि लगातार बिहार में नीतीश कुमार और लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार की सरकार रही है. ऐसे में अगर श्रम संसाधन मंत्री कह रहे हैं कि पहले काम नहीं हुआ है तो सही कह रहे हैं. बिहार में पहले बीजेपी बारात थी और दूल्हा नीतीश कुमार और अब आरजेडी बारात है तो भी दूल्हा नीतीश कुमार ही हैं. यहां बारात बदलती है, दूल्हा वही रहता है.
"मंत्री श्रम संसाधन विभाग सुरेंद्र राम जी सही बोले हैं उनका बिल्कुल बयान सही है. उन्होंने कहा कि पिछली सरकार में काम नहीं हुआ. पिछले 15 वर्ष 90 से लेकर 2005 तक लालू प्रसाद यादव जी उनके परिवार के लोग बिहार के मुख्यमंत्री थे और 18 वर्षों से नीतीश कुमार जी बिहार के मुख्यमंत्री हैं तो विकास नहीं होने के लिए कौन जिम्मेदार है? प्रधानमंत्री श्रम योजना के तहत काम लागू हुआ. एक करोड़ 33 लाख देश के बेरोजगार नौजवानों ने कौशल विकास योजना के तहत प्रशिक्षण प्राप्त कर भारत के बाहर और भारत में नौकरी प्राप्त की और उसी का अनुकरण नीतीश सरकार को करना चाहिए"- लखेन्द्र कुमार रौशन, बीजेपी विधायक, पातेपुर
"महागठबंधन की जब सरकार बनी है तो सभी समस्याओं का समाधान होगा. पातेपुर विधायक को अपना देखना चाहिए. अभी जो केंद्र में वर्तमान की मोदी सरकार है, उस पर कमेंट करना चाहिए. 2014 में किस तरीके से सरकार बनाने के नाम पर वोट मांगा गया कि हमारी सरकार बनेगी तो प्रतिवर्ष दो करोड़ लोगों को नौकरियां मिलेगी. आज देश की सारी संपत्तियों को बेचकर कह रहे हैं कि विकास कर रहे हैं. बिहार में संसाधन की कमी है, उसके बावजूद भी हमारे मुख्यमंत्री जी अपने अच्छे मैनेजमेंट से बिहार को ऊंचाई पर ले गए हैं"- सुरेंद्र राम, श्रम संसाधन मंत्री, बिहार सरकार