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सोनपुर मेले में 6 थियेटरों को मिली प्रशासन से मंजूरी, संचालकों ने ली राहत की सांस

इससे पहले थियेटर संचालक मेले के शुरुआती दिनों से प्रशासन से लाइसेंस की गुहार लगा रहे थे. संस्थापक अधिवक्ता संघ विश्वनाथ सिंह ने कहा कि सोनपुर मेले का असली रौनक थियेटर ही है. इसके नहीं होने से यहां के दुकानदार काफी प्रभावित होंगे.

थियोटर
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Published : Nov 17, 2019, 9:57 AM IST

वैशाली: सोंनपुर का विश्व प्रसिद्ध हरिहर क्षेत्र मेले में चलने वाले थियेटरों को प्रशासन की ओर से अनुमति मिल गई है. प्रशासन ने 6 थियेटरों को लाइसेंस दे दी है. जिससे सोनपुपर में मेले में रौनक वापस लौटी है. साथ ही संचलकों ने भी राहत की सांस ली है. ऐसे में थियेटरों में अब लोगों की भीड़ भी बढ़ने लगी है.

इससे पहले थियेटर संचालक मेले के शुरुआती दिनों से प्रशासन से लाइसेंस की गुहार लगा रहे थे. संस्थापक अधिवक्ता संघ विश्वनाथ सिंह ने कहा कि सोनपुर मेले का असली रौनक थियेटर ही है. इसके नहीं होने से यहां के दुकानदार काफी प्रभावित होंगे.

वैशाली से राजीव श्रीवास्तव की रिपोर्ट

दर्शकों के लिए तय किराया
थियेटरों के न्यूनतम किराया 100 रुपया है और अधिकतम 1000 रुपया है. इसमें दर्शकों के लिए स्पेशल, सुपर स्पेशल, वीआईपी, वीवीआईपी गैलरी बनाई गई है. बता दें कि इन सब में अलग-अलग चार्ज हैं. वहीं, हर तरफ पुलिस की चौकसी देखने को मिल रही है. वहीं, प्रशासन की ओर से सभी थियेटर संचालकों को चेतवानी भी दी गई है कि थियेटर के कारण माहौल खराब होने पर उसका लाइसेंस भी कैंसल भी किया जा सकता है. बता दें कि सोंनपुर के विश्व प्रसिद्ध हरिहर क्षेत्र मेला का शुभारंभ 10 नवम्बर को हुआ. जिसका उद्घाटन प्रदेश के डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने किया.

सोनपुर मेले में 6 थियेटरों को मिली प्रशासन से मंजूरी, संचालकों ने ली राहत की सांस

वैशाली: सोंनपुर का विश्व प्रसिद्ध हरिहर क्षेत्र मेले में चलने वाले थियेटरों को प्रशासन की ओर से अनुमति मिल गई है. प्रशासन ने 6 थियेटरों को लाइसेंस दे दी है. जिससे सोनपुपर में मेले में रौनक वापस लौटी है. साथ ही संचलकों ने भी राहत की सांस ली है. ऐसे में थियेटरों में अब लोगों की भीड़ भी बढ़ने लगी है.

इससे पहले थियेटर संचालक मेले के शुरुआती दिनों से प्रशासन से लाइसेंस की गुहार लगा रहे थे. संस्थापक अधिवक्ता संघ विश्वनाथ सिंह ने कहा कि सोनपुर मेले का असली रौनक थियेटर ही है. इसके नहीं होने से यहां के दुकानदार काफी प्रभावित होंगे.

वैशाली से राजीव श्रीवास्तव की रिपोर्ट

दर्शकों के लिए तय किराया
थियेटरों के न्यूनतम किराया 100 रुपया है और अधिकतम 1000 रुपया है. इसमें दर्शकों के लिए स्पेशल, सुपर स्पेशल, वीआईपी, वीवीआईपी गैलरी बनाई गई है. बता दें कि इन सब में अलग-अलग चार्ज हैं. वहीं, हर तरफ पुलिस की चौकसी देखने को मिल रही है. वहीं, प्रशासन की ओर से सभी थियेटर संचालकों को चेतवानी भी दी गई है कि थियेटर के कारण माहौल खराब होने पर उसका लाइसेंस भी कैंसल भी किया जा सकता है. बता दें कि सोंनपुर के विश्व प्रसिद्ध हरिहर क्षेत्र मेला का शुभारंभ 10 नवम्बर को हुआ. जिसका उद्घाटन प्रदेश के डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने किया.

Intro:लोकेशन: वैशाली ।
रिपोर्टर: राजीव कुमार श्रीवास्तवा ।
Exclusive:

: सोंनपुर का विश्व प्रसिद्ध हरिहर क्षेत्र मेला में आज रात 7 बजे से प्रशासन ने 6 थियेटर को चलाने की अनुमति दे दी हैं।बतादें यहा फिलहाल कुल सात थियेटरों में से वर्तमान समय मे छः ही थिएटरों को लाइसेंस दी हैं। इसको लेकर मेले में रौनक लौट आयी हैं।


Body:: शनिवार को रात के 7 बजे के बाद से जिला प्रशासन द्वारा सोंनपुर के प्रसिद्ध मेला में आये सात थियेटरों में से छः को लाइसेंस दे दिया हैं। इसको लेकर सभी थियेटरों में भाड़ी भीड़ देखी जा रहीं हैं। मालूम हो कि सभी थियेटरों के संचालक मेले की शुरुआती दिन से ही प्रशासन से गुहार लगा रहे थे ।

मालूम हो कि सोंनपुर के विश्व प्रसिद्ध हरिहर क्षेत्र मेला का शुभारंभ 10 नवम्बर को प्रदेश के डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी द्वारा किया गया था । मेले परिसर में सभी सात थियेटर संचालक उसी समय से तैयारी किये थे ।सभी संचालकों को भरोषा था कि मेले की आरम्भ के दिन से ही प्रशासन द्वारा हरी- झंडी मिल जाएंगी ।पर प्रशासनिक प्रक्रिया के तहत इनके द्वारा कुछ कोरम पूरा करने पर ही इस बाबत अनुमति मिलने में देरी हुई ।

शनिवार की रात 7 बजे अंततः प्रशासन द्वारा दी गयीं लाइसेंस मिलने पर सभी संचालकों में काफी खुशी देखी गई । मालूम हो कि पिछले सात दिनों से इन सभी थियेटर संचालकों में उम्मीदें की दामन छोड़ा नहीं गया था ।

रोजाना सभी थियेटरों में आयी नर्तकी स्टेज में आने के लिये बेकरार थी । शनिवार को संध्या से ही सभी थियेटर संचालकों को उम्मीद थी कि आज इन्हें इजाजत प्रशासन देंगी।

इसको लेकर थियेटरों में चमक- दमक शुरू हो गया था ।दर्शकों की भीड़ सभी थियेटर के बाहर देखने को मिला । संध्या से ही महफ़िल भी सजने लगीं । तेज आवाज में लाऊड स्पीकर बजना शुरू हो चुका था ।प्रति थियेटर में सैकड़ों नर्तकियाँ कम कपड़े पहन कर अपने जिश्म को स्टेज में आकर दर्शकों को दिखाने के लिये उत्सुक दिखाई दी ।

इस बीच थिएटरों में बीच -बीच मे आयोजक कर्ताओं द्वारा लाऊड स्पीकर से मेले में आये दर्शकों को आशा बांधते देखा गया । मनचलों द्वारा इस कदर खुशी देखी गयीं मानों उनका अभी मनोरंजन में देरी हो रहा था ।

रात के ठीक 7 बजे एकाएक इन थियेटरों संचालकों की मोबाइल पर किसी से बात हुई और इनकी हरकतें खुशी में बदल गयीं । फिर यह कहते सुना गया कि अरे प्रशासन ने थियेटरों को हरी झंडी दे दी ।

प्रशासन द्वारा रात के सात बजे थियेटरों के संचालकों को लाइसेंस देने के बाद ।इन थियेटर के अंदर -बाहर रंगीला भोजपुरी गीत इस पर तेज धुन शुरू हुआ । स्टेज के पीछे तैयार बैठी नर्तकियां एकाएक स्टेज पर आकर अपनी जिश्म की नुमाइसी ऐसी की की बाहर से इंतजार कर रहें दर्शक ख़ुशी खुशी चिलाने लगें। मनचले तो और अजब - गजब भाव- भंगिमा बना रहे थे ।

थियेटर के सबसे न्यूनतम 100 रुपया और सबसे ज्यादा टिकट दर 1000 रुपया रखा हैं। देखते ही देखते थियेटर के स्पेशल, सुपर स्पेशल, वीआईपी, वीआईपी गैलरियां दर्शक से भड़ने लगीं।

इन सभी थियेटरों में पुलिस द्वारा चौकसी करते देखा गया ।
इन सभी थियेटरों में प्रशासन की ओर से एक एक मजिस्ट्रेट तैनात किया गया हैं ।साथ मे सुरक्षा के लिये पुलिस बल भी पर्याप्त मात्रा में दिया गया हैं।

मेले के कुल सात थियेटरों में से 6 थियेटरों को प्रशासन द्वारा लाइसेंस मिली थी । मालूम हो कि इन सभी थिएटरों को प्रशासन द्वारा कुछ कोरम पूरा करने के लिये दिशा -निर्देश दिया गया हैं।

इसमें सबसे पहले सभी थियेटर के संचालकों को अश्लीलता नहीं परोसना होंगा ।

शांति भंग नही होना , थियेटर के अंदर- बाहर माहौल खराब नहीं करना ।
असामाजिक तत्वों द्वारा अंदर हो- हंगामा नही करना । मनचलों पर नियत्रण रखना होंगा ।
थियेटर के अंदर हथियार , चाकू लेकर नहीं जाना ।
थियेटर के अंदर नर्तकियों को दर्शकों को किसी तरह ज्यादा इशारा नहीं करना । माहौल को बेहतर बनाने की कोशिश करना ।
निर्धारित समय पर थियेटर स्टार्ट करना और बन्द करना ।
सभी थियेटरों में सीसीटीवी लगाना एक दम जरुरी हैं। यहा सभी नतर्कियो की खान पान, सुरक्षा को लेकर भी संचालकों को पुलिस की मदद लेनी होंगीं।

उपरोक्त कोरम में शिकायत आने पर प्रशासन इनकी लाइसेंस को खत्म कर सकता हैं। मालूम हो कि यह थियेटर संध्या से लेकर देर रात तक गुलजार रहेगा।

स्टेज पर आयी सैकड़ों नर्तकियों द्वारा शरीर पर कम कपड़े पहने देखा गया । उनकी इस जिश्म की नुमाइशी पर स्टेज के बाहर दर्शक खूब सीटिया बजाई ।

अधिवक्ता संघ के संस्थापक विश्वनाथ सिंह की मानें तो वे सोंनपुर के विश्व प्रसिद्ध हरिहर क्षेत्र मेला सजाने में इन थियेटरों को अग्रणी भूमिका से इंकार नहीं किया जा सकता हैं। उन्होंने आगें बताया कि जिस तरह मेला में भीड़ जुटाने के लिये पर्यटन विभाग द्वारा मुख्य उद्घाटन स्थल पर रोजाना सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन करता हैं। उसी तरह इन थियेटरों के शुरू होने से भीड़ बढ़ती हैं। इससे मेला किं खरीदारी और सरकार का राजस्व भी बढ़ने में सहायक होता हैं।

Etv भारत द्वारा इस बाबत पड़ताल करने पर सभी थियेटर में देर रात तक टिकट काउंटर पर भीड़ देखी गई ।



Conclusion:बहरहाल, दर्शकों ने इन थियेटर के शुरू होने से अपना खूब मनोरंजन किया ।

स्टोरी :
विजुअल्स से

ओपन PTC संवाददाता, राजीव, वैशाली ।
विजुअल्स स्टेज पर नर्तकियों द्वारा लटका झटका दिखाते हुए ।
दर्शकों का भीड़
टिकट काउंटर पर भीड़
बाइट : दर्शक
बाइट: विश्वनाथ सिंह - संस्थापक अधिवक्ता संघ सोंनपुर

CLOSE PTC: संवाददाता, राजीव, वैशाली ।
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