वैशालीः सोमवार को वैशाली जिला परिषद अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद का चुनाव संपन्न हुआ. जहां अध्यक्ष पद पर रमेश चौरसिया (Ramesh Chaurasia became President) काबिज हुए तो वहीं उपाध्यक्ष पद के लिए सुंदर माला (Vice President Sundar Mala) चुनी गईं. विजय मिलने के बाद दोनों प्रत्याशियों ने गांव के संपूर्ण विकास की बात कही. अध्यक्ष रमेश चौरसिया ने कहा कि पूरी ईमानदारी से काम करेंगे. जबकि उपाध्यक्ष सुंदर माला ने कहा कि गांव में जो भी समस्याएं आएंगी, उसका समाधान किया जाएगा.
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चुनाव में रमेश चौरसिया को कुल 21 मत मिले. वहीं उनके प्रतिद्वंदी आशुतोष कुमार दीपू को 20 मत प्राप्त हुए. वैशाली जिले में जिला परिषदों की संख्या 41 है. जिसमें 21 मत प्राप्त कर रमेश चौरसिया ने एक मत से जीत दर्ज की है. वहीं, उपाध्यक्ष पद पर सुंदर माला को 22 मत प्राप्त हुए. दूसरे स्थान पर 16 मतों के साथ मनीष शुक्ला रहे.
सूत्रों कि माने तो रमेश चौरसिया के पीछे भारतीय जनता पार्टी के बड़े नेताओं का हाथ था. यही कारण था कि समाहरणालय परिसर में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय के साथ रहने वाले ज्यादातर समर्थक चुनाव के दौरान मौजूद थे. वहीं 1 वोट से हारे आशुतोष कुमार दीपू को जिला परिषद बनाने की फील्डिंग मुकेश रोशन महुआ से राजद विधायक कर रहे थे. बड़े पैमाने पर दोनों ही तरफ से जिला परिषद के लिए खेमेबाजी की गई थी. कई पार्षदों को बिहार से बाहर टूर पर भी भेजा गया था. जिससे जोड़-तोड़ की राजनीति नहीं हो सके.
जीत के बाद रमेश चौरसिया ने कहा कि पूरी ईमानदारी से सारे मेंबर मिलकर काम करेंगे. उन्होंने बताया कि एक मत से जीत हुई है. यह ऊपर वाले का आशीर्वाद है. वहीं, क्षेत्र की समस्याओं के सवाल पर रमेश चौरसिया ने कहा कि हमारे पंचायत में शिक्षा स्वास्थ्य और खेलकूद इन सब समस्याओं पर पहले भी मैं सक्रिय रहा हूं और आगे भी इस पर काम करूंगा. चौमुखी विकास करने का प्रयास होगा.
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दूसरी तरफ उपाध्यक्ष बनी सुंदर माला का कहना है कि गांव में जो विकास का काम है, वह किया जाएगा. जनता की सेवा करूंगी. जो भी समस्याएं आएंगी उसका समाधान किया जाएगा.
बता दें कि वैशाली जिला परिषद अध्यक्ष का चुनाव संपन्न होने के साथ ही तमाम तरह के कयासों पर भी पूर्णविराम लग चुका है. ऐसे में अब जनता को इंतजार होगा अपने क्षेत्र में होने वाले विकास का. हालांकि दावे तो काफी किए गए हैं. लेकिन आने वाला वक्त ही बताएगा कि विकास कितना हो रहा है.
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