वैशाली: बिहार के लालगंज में उत्पाद विभाग ने छापामार कार्रवाई (Excise department Raid in Vaishali ) कर शराब तस्करी के अनोखे तरीके का खुलासा किया है. दरअसल, जिले में अवैध रूप से संचालित स्प्रिट का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा था. उत्पाद विभाग भी हैरान था कि नशेड़ियों तक अल्कोहल कैसे मिल रहा है? इसी कड़ी में जब आबकारी विभाग की टीम ने लालगंज में होम्योपैथी दवा दुकान पर रेड मारने पहुंची तो पूरे फर्जीवाड़े का पता चला. उत्पाद विभाग छपरा जहरीली शराब कांड (Chhapra Hooch Tragedy) से सबक लेकर एक्टिव मोड में काम कर रहा है.
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''महावीर चौक के पास जर्मन होम्योपैथिक हॉल की दुकान में छापेमारी की गई जो बिना लाइसेंस के चल रहा था. छापेमारी के दौरान अधिकतर दवाओं में 90% अल्कोहल की मात्रा पाई गई. जिसके बाद दुकानदार को हिरासत में लेते हुए दुकान को सील कर दिया गया है.''- शैलेन्द्र कुमार, उत्पाद इंस्पेक्टर, वैशाली
दवा के नाम पर अल्कोहल लेकर पार्टी करते थे: उत्पाद विभाग को सूचना मिली थी दवा के नाम पर यहां से अल्कोहल की बोतल ले ली जाती है, फिर शराब पीने के शौकीन पार्टी करते हैं. यही नहीं, उत्पाद विभाग को शक है कि यहां से दवा के नाम पर अल्कोहल खरीद कर अवैध शराब का अवैध निर्माण किया जाता था. इन सभी बिंदुओं पर उत्पाद विभाग जांच कर रही हैं. हालांकि जिस तरीके से 90% अल्कोहल कंटेंट मिलने की बात सामने आई है जिसे लोग खरीद कर ले जा रहे थे, उससे यह स्पष्ट है कि इसका उपयोग शराबबंदी वाले बिहार में शराब के लिए किया जा रहा था.
डीएम के आदेश पर छापामार कार्रवाई: जिला उत्पाद विभाग की टीम ने वैशाली में होमियोपैथी दवा दुकानों पर छापा मारा. सघन छापेमारी में अवैध रूप से चल रहे दवा दुकानों को सील करते हुए दुकानदारों को हिरासत में ले लिया गया. इस कार्रवाई से लालगंज के होमियोपैथी दवा दुकानदारों में हड़कंप मच गई. दुकानदार शटर गिराकर यहां-वहां भागने लगे. उत्पाद विभाग के इंस्पेक्टर शैलेन्द्र कुमार ने बताया कि ये कार्रवाई जिलाधिकारी के निर्देश पर की जा रही है.
छापेमारी से हड़कंप: गौरतलब है कि इस कार्रवाई से जहां होमियोपैथी दुकानदारों में हड़कंप मच गया है. वहीं इस बात की भी आशंका जताई जा रही है कि अवैध रूप से चल रही इन दुकानों के जरिये ही नकली शराब बनाने के लिए स्प्रिट की सप्लाई की जा रही थी. हालांकि, उत्पाद विभाग के साथ साथ पुलिस भी जब्त होमियोपैथी दवाओं की जांच में जुट गई है.
"जिलाधिकारी के आदेश पर होम्योपैथिक की दुकान पर निरीक्षण के लिए ड्रग इंस्पेक्टर और उत्पाद विभाग की टीम बनाई गई थी. उसी के द्वारा गुप्त सूचना मिली थी कि लालगंज मैं होमियोपैथी दुकान में कोई लाइसेंस नहीं है और वहां धड़ल्ले से बोतल, शीशी की बिक्री की जा रही है. शराबी तत्व जो हैं वह खरीद कर उसका यूज़ करते हैं. इसी वजह से हम लोग वहां पहुंचे और छापेमारी किए. जो दवा मिली है उसमें 90% अल्कोहल कंटेंट है. इस दुकान में कोई डॉक्टर नहीं था दुकानदार की गिरफ्तारी हुई है" - शैलेंद्र कुमार, उत्पाद इंस्पेक्टर