वैशाली: बिहार के विभिन्न जेलों में शनिवार को औचक छापेमारी की गयी. बक्सर सेंट्रल जेल में प्रशासन की तरफ छापेमारी हुई. डीएम और एसपी के नेतृत्व तलाशी ली गयी. हर एक वार्ड में कैदियों के सामानों की जांच की गयी. यही नहीं स्पेशल सेल और अस्पताल वार्ड की भी चेकिंग हुई. वहीं वैशाली जिले में डीएम और एसपी ने अहले सुबह हाजीपुर मंडल कारा में छापेमारी की.
राज्य में बढ़ रहे अपराध ग्राफ को नियंत्रण करने के लिए जेल में तब छापेमारी की गई तब या तो ज्यादातर कैदी सोए हुए थे अथवा अपने बैरक में थे. हालांकि छापेमारी में कुछ भी आपत्तिजनक सामान बरामद नहीं हुआ है. दरअसल, वैशाली डीएम उदिता सिंह और वैशाली एसपी मनीष ने हाजीपुर मंडल कारा में 2 घंटे तक सर्च अभियान चलाया. 355 पुलिसकर्मियों ने छापेमारी की.
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इस दौरान बड़ी संख्या में पुलिस बल की मौजदूगी देखी गई. पुलिस सूत्रों की मानें तो डीएम, एसपी के संयुक्त छापेमारी के लिए पहले सुबह 5:00 बजे के करीब जेल में पहुंचना और 2 घंटे तक सघन जांच करना निश्चित तौर पर किसी न किसी गुप्त सूचना के आधार पर हो सकती है. इसके पीछे एक कारण यह भी बताया जा रहा है कि जेल में छापेमारी के दौरान जब कैदियों में हड़कंप मच जाएगा तो जेल के बाहर क्राइम का प्लान कर रहे हैं. अपराधियों में भी डर व्याप्त होगा.
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इसके पहले भी जेल में कई बार छापेमारी हुई है. मोबाइल सहित कई आपत्तिजनक सामान बरामद हो चुका है. 'जेल में छापेमारी के बाद औचक निरीक्षण किया गया था जिसमें कुछ भी आपत्तिजनक सामान नहीं मिला है.' : उदिता सिंह, वैशाली डीएम
मंडल कारा में विचाराधीन और सजायाफ्ता कैदियों की संख्या 26 सौ 5 है जिनमे महिला कैदी एक सौ 31 हैं.
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