वैशाली: जिले के हरिवंशपुर गांव में स्थानीय विधायक को बंधक बनाए जाने के मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 17 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. वहीं, 150 अज्ञात पर भी मामला दर्ज किया गया है. ये मामला वैशाली के भगवानपुर थाने में दर्ज किया गया है.
बीते रविवार को वैशाली के भगवानपुर प्रखंड हरिवंशपुर गांव में चमकी पीड़ित बच्चों का हाल जानने पहुंचे लालगंज के स्थानीय विधायक राज कुमार साह को लोगों ने बंधक बना लिया था. वहीं, इसी बीच हाजीपुर सांसद पशुपति कुमार पारस भी हरिवंशपुर गांव पहुंचे हुए थे. दोनों जनप्रतिनिधियों के पहुंचते ही ग्रामीण आक्रोशित हो गए. उन्होंने सांसद और विधायक को खरी खोटी सुनाना शुरू कर दिया.
महिलाओं का रो-रोकर बुरा हाल
इस मामले में 17 लोगों के खिलाफ दर्ज मामले के बाद गांव की महिलाओं का रो-रोकर बुरा हाल है. पीड़ित महिलाओं का कहना है कि पुलिस की कार्रवाई से घरवाला घर छोड़ने को मजबूर है. मेरा बउआ मर गया. अब हम कैसे खाएंगे, कैसे रहेंगे. बता दें इस पूरे गांव के सभी पुरुष गांव से फरार है.
क्या था पूरा मामला
इस पूरे मामले में सांसद ने तो आक्रोशित लोगों को हर संभव मदद और सरकारी सहायता दिलाने का आश्वासन देते हुए शांत करा लिया. वो 10 दिन पहले ही सांसद बना हूं कह किसी तरह गांव से निकल गए . लेकिन गुस्साए लोगों ने अपना पूरा आक्रोश स्थानीय विधायक पर निकाल दिया. घटनास्थल पर आक्रोशित ग्रामीणों ने विधायक के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए उन्हें बंधक बना लिया.
घायल हो गया था सुरक्षा कर्मी
करीब एक घंटे बाद एसडीओ और स्थानीय प्रशासन के प्रयास से विधायक को ग्रामीणों के चंगुल से मुक्त कराया गया. भागने के क्रम में विधायक की गाड़ी से एक गार्ड गिरकर जख्मी हो गया. पुलिस ने इस पूरे मामले को ध्यान में रखते हुए कार्रवाई की है.
सांसद के लापता होने का लगा था पोस्टर
वहीं, इसी गांव के लोगों ने सांसद के गायब होने का पोस्टर और बैनर चस्पा कर आक्रोश व्यक्त किया था. गांव के लोगों की मांग थी कि मेडिकल टीम गठित की जाए और लोगों के बीच इंसेफेलाइटिस को लेकर जागरूकता फैलाई जाए. बता दें कि इस गांव में चमकी के डर से लोग पलायन कर रहे थे. गांव में में बुनियादी सुविधाओं का अभाव है.