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हाजीपुर जंक्शन पर ट्रेन से उतरे मरीज को नहीं मिला स्ट्रेचर, ठेला पर लादकर लाया गया बाहर - हाजीपुर रेलवे स्टेशन

हाजीपुर जंक्शन पर ट्रेन से उतरे गंभीर रूप से बीमार मरीज को स्ट्रेचर नहीं मिला तो ठेला पर लादकर बाहर निकाला गया. जबकि, पूर्व मध्य रेल के जोनल ऑफिस का स्टेशन है हाजीपुर रेलवे स्टेशन (Hajipur Railway Station). जहां तमाम तरह के व्यवस्थाओं के दावे किए जाते हैं. लेकिन आज उस दावों की उस समय पोल खुल गई. जब मरीज को ठेला से बाहर निकाला गया. पढ़ें पूरी खबर..

ठेला पर लादकर हाजीपुर स्टेशन से मरीज को बाहर लाते कुली
ठेला पर लादकर हाजीपुर स्टेशन से मरीज को बाहर लाते कुली
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Published : Jun 10, 2022, 9:28 PM IST

वैशाली(हाजीपुर): बिहार के हाजीपुर में पूर्व मध्य रेलवे का जोनल ऑफिस (East Central Railway Zonal Office at Hajipur) है. यही कारण है कि हाजीपुर स्टेशन को हाईटेक स्टेशन बनाने के पीछे रेल प्रबंधन लगा हुआ है. हाजीपुर जंक्शन पर तमाम तरह के सुविधाओं के दावे किए जाते हैं. लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और है. स्टेशन पर बुनियादी सुविधाओं का अभाव है. यहां मरीजों के लिए स्ट्रेचर नहीं है. जिस कारण ट्रेन से आने वाले मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. कुछ ऐसा ही नजारा शुक्रवार को दिखा. जहां एक मरीज को ट्रेन से उतारने के बाद ठेले पर लादकर बाहर लाया गया.

ये भी पढ़ें-रियलिटी चेक: हाजीपुर रेलवे स्टेशन कोरोना गाइडलाइन की धज्जियां, बगैर मास्क के ही घूम रहे लोग

जंक्शन पर नहीं मिला स्ट्रेचर: बताया जा रहा है कि छपरा की ओर से आई एक ट्रेन से एक मरीज को लेकर उनके परिजन हाजीपुर जंक्शन पहुंचे. लेकिन स्टेशन पर उन्हें स्ट्रेचर नहीं मिला. जिसके बाद दो कुलियों की मदद से ठेले पर लादकर मरीज को स्टेशन से बाहर लाया गया. जिसके बाद मरीज को गाड़ी की सहायता से इलाज के लिए पटना ले जाया गया.

ठेला पर लादकर मरीज को निकाला बाहर: दरअसल, महाराजगंज सिवान के रहने वाले अशोक पांडे की तबीयत बहुत खराब हुई थी. उन्हें इलाज के लिए सिवान अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां से उन्हें पटना पीएमसीएच रेफर कर दिया गया. उनके पुत्र गोविंद कुमार पांडे और पत्नी के द्वारा गंभीर रूप से बीमार अशोक पांडे को ट्रेन से हाजीपुर जंक्शन लाया गया. लेकिन हाजीपुर जंक्शन पर स्ट्रेचर नहीं मिलने के कारण परिजन परेशान हो गए. इस दौरान दो कुलियों ने पार्सल से ठेला लाकर उनकी मदद की और मरीज को स्टेशन से बाहर लाया.

"हाजीपुर जंक्शन पर केवल व्हीलचेयर की व्यवस्था है. यहां स्ट्रेचर नहीं है. मरीज को व्हीलचेयर पर नहीं लाया जा सकता था, इसलिए पार्सल से ठेला की व्यवस्था कर मरीज को बाहर लाया गया." - अनिल कुमार, कुली हाजीपुर स्टेशन

"हाजीपुर स्टेशन पर स्ट्रेचर की व्यवस्था नहीं थी. इसलिए ठेला की व्यवस्था कर उन्हें स्टेशन से बाहर लाया गया." - गोविंद कुमार, मरीज के परिजन

स्टेशन प्रबंधक ने किया इंकार: हालांकि, इस विषय पर स्टेशन प्रबंधक राजेंद्र भगत से पूछा गया तो उन्होंने साफ तौर से कहा कि स्टेशन पर स्ट्रेचर उपलब्ध है. जानकारी नहीं होने के कारण ऐसा किया गया होगा. वहीं, कुली अनिल कुमार ने बताया कि स्टेशन पर स्ट्रेचर की व्यवस्था नहीं है. केवल व्हीलचेयर की व्यवस्था है और मरीज व्हील चेयर पर बैठने लायक नहीं था. इसलिए, ठेला से लाया गया. मरीज के परिजन गोविंद कुमार ने बताया कि किसी प्रकार की व्यवस्था नहीं थी. इसलिए ठेला पर मरीज को स्टेशन से बाहर निकाला गया.

"स्टेशन पर स्ट्रेचर उपलब्ध है. हो सकता है कि जानकारी के अभाव में स्ट्रेचर नहीं यूज किया गया होगा. इस मामले की जांच की जाएगी." - राजेंद्र भगत, स्टेशन प्रबंधक

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वैशाली(हाजीपुर): बिहार के हाजीपुर में पूर्व मध्य रेलवे का जोनल ऑफिस (East Central Railway Zonal Office at Hajipur) है. यही कारण है कि हाजीपुर स्टेशन को हाईटेक स्टेशन बनाने के पीछे रेल प्रबंधन लगा हुआ है. हाजीपुर जंक्शन पर तमाम तरह के सुविधाओं के दावे किए जाते हैं. लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और है. स्टेशन पर बुनियादी सुविधाओं का अभाव है. यहां मरीजों के लिए स्ट्रेचर नहीं है. जिस कारण ट्रेन से आने वाले मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. कुछ ऐसा ही नजारा शुक्रवार को दिखा. जहां एक मरीज को ट्रेन से उतारने के बाद ठेले पर लादकर बाहर लाया गया.

ये भी पढ़ें-रियलिटी चेक: हाजीपुर रेलवे स्टेशन कोरोना गाइडलाइन की धज्जियां, बगैर मास्क के ही घूम रहे लोग

जंक्शन पर नहीं मिला स्ट्रेचर: बताया जा रहा है कि छपरा की ओर से आई एक ट्रेन से एक मरीज को लेकर उनके परिजन हाजीपुर जंक्शन पहुंचे. लेकिन स्टेशन पर उन्हें स्ट्रेचर नहीं मिला. जिसके बाद दो कुलियों की मदद से ठेले पर लादकर मरीज को स्टेशन से बाहर लाया गया. जिसके बाद मरीज को गाड़ी की सहायता से इलाज के लिए पटना ले जाया गया.

ठेला पर लादकर मरीज को निकाला बाहर: दरअसल, महाराजगंज सिवान के रहने वाले अशोक पांडे की तबीयत बहुत खराब हुई थी. उन्हें इलाज के लिए सिवान अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां से उन्हें पटना पीएमसीएच रेफर कर दिया गया. उनके पुत्र गोविंद कुमार पांडे और पत्नी के द्वारा गंभीर रूप से बीमार अशोक पांडे को ट्रेन से हाजीपुर जंक्शन लाया गया. लेकिन हाजीपुर जंक्शन पर स्ट्रेचर नहीं मिलने के कारण परिजन परेशान हो गए. इस दौरान दो कुलियों ने पार्सल से ठेला लाकर उनकी मदद की और मरीज को स्टेशन से बाहर लाया.

"हाजीपुर जंक्शन पर केवल व्हीलचेयर की व्यवस्था है. यहां स्ट्रेचर नहीं है. मरीज को व्हीलचेयर पर नहीं लाया जा सकता था, इसलिए पार्सल से ठेला की व्यवस्था कर मरीज को बाहर लाया गया." - अनिल कुमार, कुली हाजीपुर स्टेशन

"हाजीपुर स्टेशन पर स्ट्रेचर की व्यवस्था नहीं थी. इसलिए ठेला की व्यवस्था कर उन्हें स्टेशन से बाहर लाया गया." - गोविंद कुमार, मरीज के परिजन

स्टेशन प्रबंधक ने किया इंकार: हालांकि, इस विषय पर स्टेशन प्रबंधक राजेंद्र भगत से पूछा गया तो उन्होंने साफ तौर से कहा कि स्टेशन पर स्ट्रेचर उपलब्ध है. जानकारी नहीं होने के कारण ऐसा किया गया होगा. वहीं, कुली अनिल कुमार ने बताया कि स्टेशन पर स्ट्रेचर की व्यवस्था नहीं है. केवल व्हीलचेयर की व्यवस्था है और मरीज व्हील चेयर पर बैठने लायक नहीं था. इसलिए, ठेला से लाया गया. मरीज के परिजन गोविंद कुमार ने बताया कि किसी प्रकार की व्यवस्था नहीं थी. इसलिए ठेला पर मरीज को स्टेशन से बाहर निकाला गया.

"स्टेशन पर स्ट्रेचर उपलब्ध है. हो सकता है कि जानकारी के अभाव में स्ट्रेचर नहीं यूज किया गया होगा. इस मामले की जांच की जाएगी." - राजेंद्र भगत, स्टेशन प्रबंधक

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