वैशाली: वैश्विक महामारी कोरोना (Global pandemic corona) की दशा देखकर पूरी दुनिया सहमी हुई है. देश के प्रधानमंत्री मोदी ने पूरे देश को कोविड-19 से बचाव के लिए अलर्ट किया है. बिहार सरकार भी कोविड-19 को लेकर चिंतित दिख रही है लेकिन वैशाली जिले में जिसे स्वास्थ्य विभाग का मुखिया बनाया गया है. वह व्यवस्था को लेकर खुद ही कंफ्यूज हैं. वैशाली सिविल सर्जन डॉ श्याम नंदन प्रसाद ने कहा कि महुआ में 30 बेड की व्यवस्था का आदेश दिया गया है. जहां ऑक्सीजन सिलेंडर वगैरह की व्यवस्था होगी लेकिन ऐसे समय में यहां ऑक्सीजन प्लांट ही बंद पड़ा है.
ये भी पढ़ें- कोरोना वायरस को लेकर बिहार अलर्ट, बिहार में सिर्फ 3 एक्टिव केस
बंद पड़ा है हाजीपुर का ऑक्सीजन प्लांट: इन दिनों हाजीपुर का ऑक्सीजन प्लांट बंद पड़ा हुआ है. 7 अक्टूबर 2021 को यह ऑक्सीजन प्लांट बनकर तैयार हुआ था. जिसमें 960 लीटर प्रति मिनट ऑक्सीजन बनाने की क्षमता है. इसके साथ है 200 जंबो सिलेंडर के भरने की व्यवस्था भी है. खास बात यह है कि इससे मिलने वाले ऑक्सीजन की शुद्धता 93% है. जिसका निर्माण पीएम केयर्स फंड से हुआ है. और यह सब कुछ कोरोना महामारी के लिए किया गया था. लेकिन अब जब एक बार फिर कोरोना दस्तक दे रहा है ऐसे समय में यहां ऑक्सीजन प्लांट बंद पड़ा है.
क्या बोले सिविल सर्जन साहब ?: सिविल सर्जन साहब ने कहा कि गैस प्लांट जो बंद है. उसे हम लोगों को नहीं जोड़ना है. हम लोगों रोज लिख रहे हैं रोड बनाने वाला जोड़ेगा. उसका आदमी आएगा और जोड़ देगा. लेकिन उन्होने ने यह नहीं बताया कि कोविड-19 दरवाजे पर खड़ी है और ऑक्सीजन का पाइप कब जोड़ा जाएगा. जबकि सभी को पता है कि कोरोना में सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण ऑक्सीजन होता है.
"तैयारी पूरा है महुआ में एक कोविड हॉस्पिटल है. पहले से भी तैयारी हैं और वहां नए तरीके से प्रभारी को आदेश दिया गया है. 30 बेड बोले हैं कि आप लोग रेडी रखिए जिसमें सिलेंडर हो, ऑक्सीजन हो, पाइपलाइन वगैरह हो. अस्पताल में डेली लोगों का जांच चल रहा है. रैंडम जांच नहीं चल रहा है." :- डॉ श्याम नंदन प्रसाद. सिविल सर्जन वैशाली