वैशालीः बिहार विधानसभा चुनाव में जिले का राघोपुर सीट काफी चर्चा में हैं. महागठबंधन की ओर से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार हैं तेजस्वी यादव यहां से चुनावी मैदान में हैं. ईटीवी भारत की टीम ने जब राघोपुर के लोगों से उनकी समस्याएं पूछी तो नदी में पुल नहीं होने की बात सामने आई. यानि रोड कनेक्टिविटी यहां की सबसे बड़ी समस्या है. इस समस्या से निजात के लिए यहां पर सिक्स लेन ब्रिज का काम चल रहा है. कच्ची दरगाह-बिदुपुर तक बन रहे सिक्स लेन पुल में राघोपुर से भी कनेक्टिविटी होगी. इस निर्माणाधीन पुल का जायजा लिया राघोपुर में ईटीवी संवाददाता अमित वर्मा ने.
नाव के सहारे नदी पार करते हैं लोग
एक अदद पुल के लिए कई दशकों से तरस रहे राघोपुर के लोगों के लिए कच्ची दरगाह-बिदुपुर पुल किसी लाइफ लाइन से कम नहीं होगा. गंगा नदी में पुल नहीं होने की वजह से राघोपुर की कनेक्टिविटी ना तो पटना से है और ना ही किसी दूसरे शहर से. यहां के लोग नाव सहारे नदी पार करते हैं.
2016 में शुरू हुआ निर्माण
वर्ष 2016 में इस पुल का निर्माण कार्य शुरू हुआ था. वर्ष 2021 इसका निर्माण कार्य पूरा होना है. करीब 11 किलोमीटर लंबे इस पुल की कनेक्टिविटी राघोपुर में भी होगी और इस पुल के बनने से राघोपुर ना सिर्फ पटना बल्कि हाजीपुर से भी जुड़ जाएगा. इसके अलावा इलाके में विकास के कार्य भी तेजी से हो सकेंगे. जो सड़क कनेक्टिविटी नहीं होने के कारण अब तक वाधित है. हालांकि पुल का निर्माण कार्य अगले साल के अंत तक पूरा होने की संभावना है.
नीतीश ने दिया पुल के विस्तार का निर्देश
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह पुल हमारी सारी जरूरतें पूरी करेगा. बस इसका निर्माण कार्य जल्द से जल्द पूरा हो जाए. बता दें कि हाल ही में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस पुल के उत्तरी छोर का विस्तार वैशाली तक और पूर्वी छोर का विस्तार ताजपुर तक करने का निर्देश दिया है.
"करीब 60 फीसदी काम पूरा हो चुका है और शेष के लिए पूरी तेजी से काम हो रहा है. तय समय सीमा में इसे पूरा कर लिया जाएगा." - रितेश सिंह, सिविल इंजीनियर
कच्ची दरगाह-बिदुपुर पुल की खासियत:
- कुल लंबाई 9.76 किलोमीटर
- पहुंच पथ की लंबाई 13 किलोमीटर
- एशिया का सबसे बड़ा 6 लेन रिवर ब्रिज
- दिसंबर 2021 तक पूरा करने का लक्ष्य
- कुल 67 पिलर
- कुल लागत करीब 5000 करोड़