वैशाली: लालगंज विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक योगेंद्र प्रसाद साहू का मंगलवार को निधन हो गया. वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे. 1995 में वे आरजेडी की टिकट से विधायक चुने गए थे. उनके निधन की खबर से इलाके में शोक की लहर दौड़ गई. इसके बाद से ही शुभचिंतकों का आना शुरू हो गया. हालांकि लॉक डाउन के कारण ज्यादातर समर्थक नहीं आ सके. सभी ने दो मिनट का मौन धारण कर भगवान से उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की.
गरीबों के हक के लिए हमेशा आवाज उठाने वाले शख्स
कंचनपुर धनुषी गांव के रहने वाले आरजेडी नेता योगेंद्र प्रसाद साहू ने 1995 में लालगंज से आरजेडी की टिकट पर चुनाव लड़ा और लगभग 40 हजार मतों से विजयी हुए थे. स्वर्गीय साहू अपने पीछे पांच बेटे और दो बेटियों का भरा-पूरा परिवार छोड़ गए. वे काफी समाज-सेवी, मिलनसार और गरीबों के हक के लिए हमेशा आवाज उठाने वाले शख्स थे. उनकी मौत से इलाके के गरीब-गुरबे काफी मर्माहत है.
लॉक डाउन का पालन करते हुए निकाली गई अंतिम यात्रा
स्वर्गीय साहू की मौत की खबर सुनकर लोजपा नेता मुकेश कुमार साहू उनके घर पहुंचे और उनके पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी. लोजपा नेता ने उनके परिजनों को ढांढस बंधाया. लोजपा नेता मुकेश कुमार ने कहा कि उन्होंने जीवन भर गरीबों-शोषितों की हक के लिए लड़ाई लड़ी. उन्होंने कभी भी हार नही मानी. स्वर्गीय योगेन्द्र प्रसाद साहू की अंतिम यात्रा लॉक डाउन का पालन करते हुए निकाली गई. अंतिम संस्कार नारायणी नदी के तट पर राम बाग घाट पर सादे समारोह में किया गया.