वैशाली: जिले के किसान इन दिनों काफी मायूस हैं. किसानों की मानें तो उनका फसल बाढ़ के आने के कारण डूब गई. लालगंज, पातेपुर और पटोरी प्रखंड के किसानों ने धान, मक्का, मरुआ साथ ही कई प्रकार के सब्जी की खेती की थी. आचानक आई बाढ़ ने खेत में लहराते फसल को डुबो दिया और किसान की हिम्मत टूट गई है.
किसानों ने ईटीवी भारत से बात की. इस दौरान उन्होंने बताया कि उन्होंने ऑनलाइन फसल बीमा करवा रखा है. लेकिन वह भी हुआ है या नहीं उन्हें भरोसा नहीं है. फसल डूब जाने के बाद किसानों को सरकार से उम्मीद है. लेकिन अभी तक सरकारी मदद का सिर्फ भरोसा मिला है.
क्या कहते हैं किसान
वैशाली जिले की किसान राजू भाई की मानें तो फसल बर्बाद होने से किसानों की रीढ़ की हड्डी टूट गई है और सरकार चुनाव में लगी है. किसान को देखने वाला अभी कोई नहीं है. उन्होंने कहा कि किसान की स्थिति कुछ ठीक नहीं है. बता दें कि बाढ़ आने के कारण लगभग 8900 हेक्टर में लगा फसल डूब गया.
किसानों को जल्द मिलेगा उचित मुआवजा
जिला कृषि अधिकारी ने बताया कि बेलसर, हरिवंश्पुर, लालगंज, और पातेपुर, भगवानपुर समेत कई जगह पर बाढ़ के पानी घुस जाने के कारण खेतों में फसल नष्ट हुए हैं. जैसे ही पानी कम होगा. कृषि विभाग की ओर से सर्वे कराया जाएगा और किसानों का फसल का आंकलन कर उचित मुआवजा दिया जाएगा.