वैशाली: बिहार के हाजीपुर में जिला शिक्षा कार्यालय (District Education Office in Hajipur)के ऑफिस पहुंचे बिहार सरकार के शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर (Education Minister Professor Chandrashekhar) का जोरदार स्वागत किया गया. जिले के तमाम शिक्षा अधिकारियों ने फूलों का गुलदस्ता देकर शिक्षा मंत्री का वेलकम किया. शिक्षा मंत्री ने सभी उनके जिले में चल रहे शिक्षा व्यवस्था के विषय में जानकारी ली. इसके बाद जिला शिक्षा पदाधिकारी के ऑफिस में दाखिल हुए जहां उन्होंने इतिहास के पन्नों को कुरेदकर कक्ष में मौजूद शिक्षा विभाग के विभिन्न अधिकारियों का ज्ञान टटोल लिया. इस दौरान वह स्वामी विवेकानंद, गौतम बुद्ध, लिक्ष्वि गणराज्य और सम्राट अशोक से जुड़ी बातें अधिकारियों से पूछते हुए नजर आएं.
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शिक्षा कार्यालय और शिक्षकों से लिया फीडबैक: वहीं मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए प्रोफेसर चंद्रशेखर ने कहा कि जिला शिक्षा कार्यालय से लेकर शिक्षकों तक से जो फीडबैक मिला है उसको समेट कर ले जा रहा हूं. आवश्यक नियम में परिवर्तन करने की जरूरत पड़ेगी तो वह भी की जाएगी. विभिन्न स्तर पर और हिदायत दी गई है कि किसी अवसर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. जैसे कुछ जिला शिक्षा क्षेत्रीय शिक्षा पदाधिकारियों पर कार्रवाई हुई है तो वह स्थिति नहीं आए यह कह कर जा रहा हूं. अभी मैं उम्मीद करता हूं कि सैकड़ों नहीं हजारों बाउंड्री वाल का निर्माण होना है. जो संचिका मेरे पास आने वाली है सरकार का संकल्प है कि माननीय मुख्यमंत्री ने कहा है कि मैं 21 परसेंट का जो बजट है 21 परसेंट शिक्षा जगत में है. मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि 25% इसको करना है 4% और बढ़त होना है. संपूर्ण बजट का 25% शिक्षा में होगा. त्रुटियां धीरे-धीरे दूर होंगी एक बार में तो नहीं होगा. विश्वकर्मा भगवान की तरह नहीं हो सकता है.
शराबबंदी पर बोले चंद्रशेखर: चंद्रशेखर ने शराबबंदी पर उठ रहे सवालों का जवाब देते हुए कहा कि नफरत वादी लोग जाए मोहब्बत वाले लोग आए. इस दिशा में माननीय मुख्यमंत्री जी ने जो एक बहादुर पहल किया है उसे जनता का जो अपेक्षित सहयोग मिलना चाहिए इसमें कमी है, यह चिंताजनक है. हर बात के लिए कार्यवाई हो अगर यह मानसिकता बन जाएगी तो यह ठीक बात नहीं है. जो शराब एडिक्ट होते हैं वह कहीं भी किसी का इंसल्ट कर देते है. ऐसे में शिक्षा ही आदमी के जीवन को समाज के परिवार के राज्य के और देश के अंधकार को दूर कर सकता है. सभी को प्रकाश में ला सकता है. बता दें कि अकेले वैशाली जिले के दर्जनों ऐसे स्कूल है जिसमें बाउंड्री वॉल नहीं है. ऐसे कई स्कूल है जहां समुचित बेंच डेस्क नहीं है. कई स्कूलों में शिक्षकों का अभाव है तो कई स्कूलों के पास अपना भवन नहीं है.
"जिला शिक्षा कार्यालय से लेकर शिक्षकों तक से जो फीडबैक मिला है उसको समेट कर ले जा रहा हूं और आवश्यक नियम में परिवर्तन करने की जरूरत पड़ेगी तो वह भी की जाएगी. विभिन्न स्तर पर और हिदायत दी है कि किसी अवसर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. जैसे कुछ जिला शिक्षा क्षेत्रीय शिक्षा पदाधिकारियों पर कार्रवाई हुई है तो वह स्थिति नहीं आए यह कह कर जा रहा हूं. अभी ढाई सौ करोड़ का आधारभूत संरचना हेतु निविदा प्रकाशित हुआ है. प्लस टू विद्यालय उच्च विद्यालय के निर्माण के लिए. अभी मैं उम्मीद करता हूं कि सैकड़ों नहीं हजारों बाउंड्री वाल का निर्माण होना है. जो संचिका मेरे पास आने वाली है सरकार का संकल्प है कि माननीय मुख्यमंत्री ने कहा है कि मैं 21 परसेंट का जो बजट है 21 परसेंट शिक्षा जगत में है मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि 25% इसको करना है 4% और बढ़त होना है. संपूर्ण बजट का 25% शिक्षा में होगा. नफरत वादी लोग जाए मोहब्बत वाले लोग आए इस दिशा में माननीय मुख्यमंत्री जी ने जो एक बहादुर पहल किया है उसको जनता का जो अपेक्षित सहयोग मिलना चाहिए इसमें कमी हो रही है, यह चिंताजनक है. हर बात के लिए कार्यवाही अगर यह मानसिकता बन जाएगी तो यह ठीक बात नहीं है." - प्रोफेसर चंद्रशेखर शिक्षा मंत्री बिहार सरकार
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