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सोनपुर मेले में मियां मिठाई की है धूम, इसे बनाने लखनऊ से आते हैं कारीगर

ग्राहकों को भी लखनऊ की मियां मिठाई खूब पसंद आ रही है. मियां मिठाई की एक ग्राहक ने बताया कि वो पिछले कई सालों से मिठाई लेने मेले में आती रहती हैं. इस मिठाई का स्वाद उन्हें मेले में खींच लाता है.

मियां मिठाई की रही धूम
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Published : Nov 19, 2019, 6:58 AM IST

वैशाली: सोनपुर के विश्व प्रसिद्ध हरिहर क्षेत्र मेले के 9वें दिन चिड़िया बाजार में भारी भीड़ देखी जा रही है. मेला परिसर के चिड़िया बाजार में इस बार मियां मिठाई के दर्जनों स्टॉल लगे हैं. मियां मिठाई की दुकानों पर लोग जमकर खरीदारी कर रहे हैं. बता दें कि मियां मिठाईयों का भाव 120 रुपये से लेकर 500 रुपये प्रति किलो के हिसाब से चल रहा है.

50 वर्षों से भी पुराना है कारोबार
गौरतलब है कि विश्व प्रसिद्ध हरिहर क्षेत्र मेला के शुरू होने के साथ ही सैकड़ों की संख्या में व्यंजनों से संबंधित दुकानें सज गईं हैं. मिठाई का प्रचलन बहुत पुराना है. लोग हर साल इस मिठाई को खरीदने चले आते हैं. मियां मिठाई का कारोबार 50 सालों से भी पुराना है. इस बार यहां 40 लोग आए हुए हैं, जो इस मियां मिठाई को बनाने में दिन रात एकजुट हैं.

वैशाली
मियां मिठाई के दुकानों पर ग्राहक

'लखनऊ से आई है मिठाई'
लखनऊ से आए दुकानदार मोहम्मद सईद की मानें तो वो यहां हर साल मेले में मिठाई की दुकान सजाते हैं. उन्होंने बताया कि वो यहां 1988 से लगातार आते रहे हैं. मियां मिठाई के प्रचलन के बारे में पूछने पर उन्होंने बताया कि मिठाई को लखनऊ से मियां समुदाय के एक शख्स द्वारा बनाये जानें पर ही इसका नाम मियां मिठाई पड़ गया.

मियां मिठाई की रही धूम

'स्वाद खींच लाता है मेले में'
वहीं, ग्राहकों को भी लखनऊ की मियां मिठाई खूब पसंद आ रही है. मियां मिठाई की एक ग्राहक ने बताया कि वो पिछले कई सालों से मिठाई लेने मेले में आती रहती हैं. उन्होंने बताया कि हर साल वो सोनपुर के मेले में ये मिठाई लेना नहीं भूलतीं. इस मिठाई का स्वाद उन्हें मेले में खींच लाता है.

वैशाली: सोनपुर के विश्व प्रसिद्ध हरिहर क्षेत्र मेले के 9वें दिन चिड़िया बाजार में भारी भीड़ देखी जा रही है. मेला परिसर के चिड़िया बाजार में इस बार मियां मिठाई के दर्जनों स्टॉल लगे हैं. मियां मिठाई की दुकानों पर लोग जमकर खरीदारी कर रहे हैं. बता दें कि मियां मिठाईयों का भाव 120 रुपये से लेकर 500 रुपये प्रति किलो के हिसाब से चल रहा है.

50 वर्षों से भी पुराना है कारोबार
गौरतलब है कि विश्व प्रसिद्ध हरिहर क्षेत्र मेला के शुरू होने के साथ ही सैकड़ों की संख्या में व्यंजनों से संबंधित दुकानें सज गईं हैं. मिठाई का प्रचलन बहुत पुराना है. लोग हर साल इस मिठाई को खरीदने चले आते हैं. मियां मिठाई का कारोबार 50 सालों से भी पुराना है. इस बार यहां 40 लोग आए हुए हैं, जो इस मियां मिठाई को बनाने में दिन रात एकजुट हैं.

वैशाली
मियां मिठाई के दुकानों पर ग्राहक

'लखनऊ से आई है मिठाई'
लखनऊ से आए दुकानदार मोहम्मद सईद की मानें तो वो यहां हर साल मेले में मिठाई की दुकान सजाते हैं. उन्होंने बताया कि वो यहां 1988 से लगातार आते रहे हैं. मियां मिठाई के प्रचलन के बारे में पूछने पर उन्होंने बताया कि मिठाई को लखनऊ से मियां समुदाय के एक शख्स द्वारा बनाये जानें पर ही इसका नाम मियां मिठाई पड़ गया.

मियां मिठाई की रही धूम

'स्वाद खींच लाता है मेले में'
वहीं, ग्राहकों को भी लखनऊ की मियां मिठाई खूब पसंद आ रही है. मियां मिठाई की एक ग्राहक ने बताया कि वो पिछले कई सालों से मिठाई लेने मेले में आती रहती हैं. उन्होंने बताया कि हर साल वो सोनपुर के मेले में ये मिठाई लेना नहीं भूलतीं. इस मिठाई का स्वाद उन्हें मेले में खींच लाता है.

Intro:लोकेशन: वैशाली ।
रिपोर्टर: राजीव कुमार श्रीवास्तवा ।

: सोंनपुर के विश्व प्रसिद्ध हरिहर क्षेत्र मेला के 9 वां दिन चिड़िया बाजार में खूब भीड़ देखी गयीं। यहा इस बार दर्जनों मियां मिठाई के दुकान पर लोगों द्वारा खूब खरीदारी की गयीं।


Body:: सोमवार को सोंनपुर के प्रसिद्ध मेला में लखनऊ का पॉपुलर मियां मिठाई की खूब खरीदारी देखी जा रहीं हैं। 120 रुपया से लेकर 500 kg की हिसाब से इसकी बिक्री हो रहीं हैं। मालूम हो कि इस बार यहा इनकी दर्जनों की संख्या हैं। हरेक दुकान पर ग्राहकों की भीड़ देखी जा रहीं हैं।

लखनऊ से आये एक दुकानदार मोहम्मद सईद की मानें तो वे यहा हरेक वर्ष मेला में अपना मियां की मिठाई की दुकान सजाते हैं। उंसने बताया कि वे यहा 1988 ईसवी से ही लगातार आते रहे हैं। उससे मियां मिठाई प्रचलन के बारे में पूछने पर उंसने बताया कि यह मिठाई को लखनऊ से मियां समुदाय के एक शख्स द्वारा बनाये जानें पर ही इसका प्रचलन मियां मिठाई पड़ गया ।उंसने बताया कि शुरू में लखनऊ से मात्र सिर्फ दो ही दुकानदार थे ।अब समय के साथ साथ इसकी दुकान में कमोवेश बढ़ोतरी हुई हैं। अब लोकल लोग भी इसकी दुकान यहा खोले हुए हैं । कम लागत में यह दुकानदारी अच्छी मुनाफा देती हैं ।

मालूम हो कि चिड़िया बाजार क्षेत्र में मियां मिठाई के विक्रेताओं की मानें तो इसका यह भी कहना हैं कि यहा चिड़िया बाजार सरकार द्वारा बन्द होने से हमारे दुकानदारी पर भी असर पड़ी हैं । बतादें कि यहा लोग अभी भी चिड़िया बाजार के बहाने काफी संख्या में आते हैं ।पर सरकार द्वारा इस बार चिड़िया बाजार बंद किया गया हैं।

ग्राहकों को लखनऊ का यह मियां मिठाई खूब पसंद आ रहीं हैं। प्रियंका नामक एक महिला ग्राहक ने बताया कि वे पिछले कई वर्षों से मियां मिठाई की कस्टमर हैं। उंसने बताया कि हरेक वर्ष सोंनपुर के मेला में यह मिठाई लेना नहीं भुलती है । वही राधा ने बताया कि यह मिठाई का स्वाद की वह कायल हैं।

मियां मिठाई बनाने वाले प्रदेश के किशनगंज से आये कारीगर जसेदुल रहमान की मानें तो वह यहा कई वर्षों से यहा आ रहें हैं। उन्होंने आगें बताया कि इस मिठाई को तैयार करने के लिये गेंहू का मसाला पहले तैयार करना होता हैं ।फिर उसमें घी डालते ।फिर कोयला की चूल्हा पर लोहे के बड़ा कढ़ाही चढ़ाकर उसमें इसको चलाते हैं। अच्छी तरह मिल जाने पर उसे गर्म गर्म छोटा प्लेट में डालते हैं ।फिर इसको ठंड़ाने पर उसे प्लेट से निकाल कर उसे दुकान में ग्राहकों के लिये बेचते हैं।

मियां मिठाई का यहा कारोबार लंबे अर्से से होता आ रहा हैं। यह खोवा का भी होता हैं ।जो काफी अच्छा स्वाद होता हैं ।इस बार बढ़ी महंगाई में 500 रुपया प्रति किलो बिक रहा हैं। यह खाने में काफी स्वादिष्ट होता हैं। यह काफी खास्ता भी होता हैं। इसे आसानी से हाथ से तोड़ा जा सकता हैं। वही बिना खोवा वाला मियां मिठाई कुछ टाइट होता हैं। यह 120 प्रति किलो बिक रहा हैं।

यहा मियां मिठाई खोआ, बिन खोआ का, खजूर, ग्लूकोज,मंसूरी, कई प्रकार के हलुआ, अन्य मिठाईयां भी बनती हैं ।इन सारी मिठाइयों की कीमत 100 रुपया से 120 रुपया प्रति किलो मिल रहा हैं।

ये दर्जनों दुकानदार मेला के लगने के पूर्व यहा किराया पर जमीन लाखों रुपये के जमीन पूरे मेला के समाप्ति तक लेते हैं। यहा जमीन की अच्छी कीमत देने के बाद यह अपना मिया मिठाई के नाम से मशहूर दुकान का बड़े बैनर पर दुकान के आगें लगाते हैं ।फिर अपने कारीगर को प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से बुलाते हैं। और इस तरह यह मेला के आरंभ वाले दिन से अपना मिठाई भी तैयार कर फिर दुकान में सजाते हैं। और इसकी बिक्री करते हैं। पहले से ही ग्राहकों को स्वाद चखाकर उनके दिल पर राज करने वाले । लोगों को सोंनपुर मेला आरम्भ होने की सूचना मीडिया से मिलते ही ।इनके ग्राहकों की आना फिर से शुरू हो जाता हैं। इन दुकानदारों की मानें तो इनके अच्छे मेटेरियल और गुणवत्ता द्वारा मियां मिठाइयों को बनवाने का ही नतीजा हैं कि इनका ग्राहकों की लंबी लिस्ट हैं । कई तो ग्राहक मोबाइल से अपने मेला आने की सूचना देते हैं। और अपनी पसंद का खोआ की बनी हुई मियां मिठाई, खजूर, हलुआ का ऑर्डर देते हैं।

मिठाइयों की अच्छी डिमांड होने के चलते ही ये दुकानदार सभी कुशल कारीगरों को रखते हैं। उन्हें पुराने कारीगर होने का लाभ तो होता हैं ही ।साथ ही पुराना होने से उनका भरोषा भी बना रहता हैं।
यही वजह हैं कि सभी कारीगरों को अच्छा मेहताना मिलने से वे भी दिन-रात मिठाई बनाने के लिये खूब मेहनत करते हैं ।

इनके ग्राहक सोंनपुर, हाजीपुर, पटना, सिवान, गोपालगंज, छपरा सहित दूसरे जगह से आने वाले मेहमान भी हैं।

इन दुकानदारों की मानें तो इन्हें प्रशासन द्वारा सुरक्षा, लाइट, पानी की व्यवस्था मिला हैं ।




Conclusion:स्टोरी: विज़ुअल्स से हैं।
नोट: रा फुटेज भी हैं।

ओपन PTC, संवाददाता, राजीव, वैशाली
बाइट : प्रियंका महिला ग्राहक
बाइट: राधा महिला ग्राहक
दुकानदार: टोपी लगाए हुए , मोहम्मद सईद ।
बाइट: जसेदुल रहमान कारीगर
फाइनल PTC संवाददाता, राजीव, वैशाली ।
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