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साइबर कैफे से बनवाया फर्जी ज्वाइनिंग लेटर, फिर शिक्षिका बनने पहुंच गई DEO ऑफिस

Teacher Fake Joining Letter : वैशाली में बीपीएससी शिक्षक बनने के लिए फर्जी नियुक्ति पत्र लेकर एक महिला जिला शिक्षा पदाधिकारी के पास पहुंच गई. साथ ही पूछताछ में उसने यह भी बताया कि एक साइबर कैफे से उसने यह फर्जी लेटर बनवाया है. इसके बाद जब तक शिक्षा विभाग के लोग उस पर नजर रखते, मौका देखकर वह फरार हो गई. पढ़ें पूरी खबर..

फर्जी ज्वाइनिंग लेटर
फर्जी ज्वाइनिंग लेटर
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Dec 14, 2023, 5:47 PM IST

जिला शिक्षा पदाधिकारी का बयान

वैशाली : बिहार के वैशाली में जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय में बीपीएससी शिक्षक बहाली में योगदान पत्र लेकर पहुंची महिला का नियुक्ति पत्र फर्जी पाया गया है. यही नहीं पत्र फर्जी पाए जाने के बाद महिला सबको चकमा देकर मौके से फरार होने में भी सफल रही है. आरोपी महिला का नाम साजिया खातून है, जो मिर्जा नगर महुआ की रहने वाली है. बताया गया है कि महुआ पातेपुर रोड में स्थित एक साइबर कैफे से दो फर्जी ज्वाइनिंग लेटर निकल गया था, एक वैशाली के लिए और दूसरा मुजफ्फरपुर के लिए.

ज्वाइनिंग लेटर पर नहीं था बार कोड : इस विषय में वैशाली जिला शिक्षा पदाधिकारी वीरेंद्र नारायण ने बताया कि सुबह जब वीसी चल रही थी. तभी महुआ की एक महिला साजिया खातून आई थी. उनके पास महुआ के सैदपुर डुमरा स्कूल में बतौर शिक्षक पदस्थापित करने का नियुक्ति पत्र था, लेकिन नियुक्ति पत्र में कोड नहीं डाला गया था. इस कारण प्रथम दृष्टि में ही नियुक्ति पत्र फर्जी प्रतीत हो रहा था. मामले की जांच की गई तो स्पष्ट हो गया कि नियुक्ति पत्र फर्जी है.

"जब मामले की जांच चल रही थी. तभी महिला मौके से फरार हो गई. यह पहला मामला वैशाली जिले का है जिसमें बीपीएससी शिक्षक बहाली से फर्जी बहाली पत्र लेकर योगदान देने का मामला सामने आया है. मामला सामने आने के बाद जिले के सभी प्रधानाध्यापक को सूचित किया गया है की पूरी तरीके से एहतियात बरती जाए और ऐसा कोई भी मामला आने पर विभाग को तत्काल सूचित किया जाए."- वीरेंद्र नारायण, जिला शिक्षा पदाधिकारी वैशाली

साइबर कैफे में बनाया गया था लेटर : डीईओ ने बताया कि महिला से पूछताछ करने पर पता चला कि यह नियुक्ति पत्र एक साइबर कैफे से बनवाया गया है. वहां से दो नियुक्ति पत्र बनवाया गया था. इसमें एक मुजफ्फरपुर का और एक वैशाली का था. इस विषय में मुजफ्फरपुर जिला शिक्षा पदाधिकारी को सूचित किया गया है. साथ ही मुख्य सचिव केके पाठक को भी सूचित कर दिया गया है. वीरेंद्र नारायण ने आगे बताया कि प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को साइबर कैफे और महिला पर एफआईआर करने का निर्देश दिया गया है.

क्या लिखा है नियुक्ति पत्र पर : फर्जी नियुक्ति पत्र पर नियुक्ति पत्र कार्यालय जिला शिक्षा पदाधिकारी वैशाली लिखा हुआ जारी किया गया है. इस पर साजिया खातून पिता मोहम्मद सिराज, केटेगोरी ईबीसी, रोल नंबर 002043 के साथ ही आईडी नंबर भी डाला गया है. साजिया का एड्रेस मिर्जा नगर, महुआ लेटर में लिखा हुआ है. साथ ही कहा गया है कि आपको बतौर विद्यालय अध्यापक जिला वैशाली के प्रखंड पातेपुर के विद्यालय सैदपुर डुमरा में पदस्थापित किया जाता है.

मुजफ्फरपुर के डीईओ को भी किया गया सूचित : वैशाली में फर्जी ज्वाइनिंग लेटर का मामला पाए जाने के बाद मुजफ्फरपुर के जिला शिक्षा पदाधिकारी को भी सूचना दे दी गई है. वहीं अपर मुख्य सचिव केके पाठक को भी वैशाली जिला शिक्षा पदाधिकारी ने सूचित कर दिया है. साथ ही जिले के तमाम स्कूलों के प्रधानाध्यापकों को भी सूचना के तहत बताया गया है कि इस तरीके का कोई भी मामला सामने आने पर जिला शिक्षा पदाधिकारी को तत्काल सूचित किया जाए.

ये भी पढ़ें : बीपीएससी शिक्षक भर्ती परीक्षा में पकड़ाया मुन्ना भाई, किसी और के बदले आया था परीक्षा देने

जिला शिक्षा पदाधिकारी का बयान

वैशाली : बिहार के वैशाली में जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय में बीपीएससी शिक्षक बहाली में योगदान पत्र लेकर पहुंची महिला का नियुक्ति पत्र फर्जी पाया गया है. यही नहीं पत्र फर्जी पाए जाने के बाद महिला सबको चकमा देकर मौके से फरार होने में भी सफल रही है. आरोपी महिला का नाम साजिया खातून है, जो मिर्जा नगर महुआ की रहने वाली है. बताया गया है कि महुआ पातेपुर रोड में स्थित एक साइबर कैफे से दो फर्जी ज्वाइनिंग लेटर निकल गया था, एक वैशाली के लिए और दूसरा मुजफ्फरपुर के लिए.

ज्वाइनिंग लेटर पर नहीं था बार कोड : इस विषय में वैशाली जिला शिक्षा पदाधिकारी वीरेंद्र नारायण ने बताया कि सुबह जब वीसी चल रही थी. तभी महुआ की एक महिला साजिया खातून आई थी. उनके पास महुआ के सैदपुर डुमरा स्कूल में बतौर शिक्षक पदस्थापित करने का नियुक्ति पत्र था, लेकिन नियुक्ति पत्र में कोड नहीं डाला गया था. इस कारण प्रथम दृष्टि में ही नियुक्ति पत्र फर्जी प्रतीत हो रहा था. मामले की जांच की गई तो स्पष्ट हो गया कि नियुक्ति पत्र फर्जी है.

"जब मामले की जांच चल रही थी. तभी महिला मौके से फरार हो गई. यह पहला मामला वैशाली जिले का है जिसमें बीपीएससी शिक्षक बहाली से फर्जी बहाली पत्र लेकर योगदान देने का मामला सामने आया है. मामला सामने आने के बाद जिले के सभी प्रधानाध्यापक को सूचित किया गया है की पूरी तरीके से एहतियात बरती जाए और ऐसा कोई भी मामला आने पर विभाग को तत्काल सूचित किया जाए."- वीरेंद्र नारायण, जिला शिक्षा पदाधिकारी वैशाली

साइबर कैफे में बनाया गया था लेटर : डीईओ ने बताया कि महिला से पूछताछ करने पर पता चला कि यह नियुक्ति पत्र एक साइबर कैफे से बनवाया गया है. वहां से दो नियुक्ति पत्र बनवाया गया था. इसमें एक मुजफ्फरपुर का और एक वैशाली का था. इस विषय में मुजफ्फरपुर जिला शिक्षा पदाधिकारी को सूचित किया गया है. साथ ही मुख्य सचिव केके पाठक को भी सूचित कर दिया गया है. वीरेंद्र नारायण ने आगे बताया कि प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को साइबर कैफे और महिला पर एफआईआर करने का निर्देश दिया गया है.

क्या लिखा है नियुक्ति पत्र पर : फर्जी नियुक्ति पत्र पर नियुक्ति पत्र कार्यालय जिला शिक्षा पदाधिकारी वैशाली लिखा हुआ जारी किया गया है. इस पर साजिया खातून पिता मोहम्मद सिराज, केटेगोरी ईबीसी, रोल नंबर 002043 के साथ ही आईडी नंबर भी डाला गया है. साजिया का एड्रेस मिर्जा नगर, महुआ लेटर में लिखा हुआ है. साथ ही कहा गया है कि आपको बतौर विद्यालय अध्यापक जिला वैशाली के प्रखंड पातेपुर के विद्यालय सैदपुर डुमरा में पदस्थापित किया जाता है.

मुजफ्फरपुर के डीईओ को भी किया गया सूचित : वैशाली में फर्जी ज्वाइनिंग लेटर का मामला पाए जाने के बाद मुजफ्फरपुर के जिला शिक्षा पदाधिकारी को भी सूचना दे दी गई है. वहीं अपर मुख्य सचिव केके पाठक को भी वैशाली जिला शिक्षा पदाधिकारी ने सूचित कर दिया है. साथ ही जिले के तमाम स्कूलों के प्रधानाध्यापकों को भी सूचना के तहत बताया गया है कि इस तरीके का कोई भी मामला सामने आने पर जिला शिक्षा पदाधिकारी को तत्काल सूचित किया जाए.

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