वैशाली: जब से बिहार सरकार ने पूर्व सांसद आनंद मोहन और अन्य 26 कैदियों को रिहा करने का आदेश जारी किया है, तब से इस फैसले का विरोध शुरू हो गया है. पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और बेतिया से बीजेपी सांसद संजय जायसवाल ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा है कि आनंद मोहन की आड़ में 26 दुर्दांत अपराधियों को बूथ लूटने के लिए रिहा कराया जा रहा है. इससे बिहार में अपराध की घटनाओं में बढ़ोतरी होगी.
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दुर्दांत अपराधियों को छोड़ना गलत: बेतिया से पटना जाने के क्रम में हाजीपुर पूर्व मध्य रेलवे के ऑफिस में किसी काम से पहुंचे संजय जायसवाल ने एक सवाल के जवाब में कहा कि आनंद मोहन पर कोई सीधे हत्या का आरोप नहीं था. उन पर भीड़ को उकसाने का आरोप था लेकिन जिन अन्य लोगों को छोड़ा गया है, वह दुर्दांत अपराधी हैं. अधिक उम्र के कैदियों को मानवीय आधार पर रिहा किया जा सकता है लेकिन 45 साल के हार्डकोर क्रिमिनल को छोड़ना यह बताता है कि नीतीश कुमार बिहार को पुनः उसी 1990 के जंगल राज में डालना चाहते हैं.
बूथ कैप्चरिंग कराना चाहते हैं सीएम: संजय जायसवाल ने कहा कि एक व्यक्ति के नाम का सहारा लेकर 26 दुर्दांत अपराधियों को छोड़ा जा रहा है. इन पर दुनिया की सारी धाराएं लगी हुई है. जो जेल से अपना शासन चलाते थे, उनको सिर्फ इसलिए छोड़ा जा रहा है ताकि लोकसभा चुनाव में उसका लाभ मिल सके. उन्होंने कहा कि 90 के दशक में बूथ लूटने का काम होता था, उसी को बढ़ावा देने के लिए 26 अन्य लोगों को छोड़ा गया है.
"आनंद मोहन पर सीधे हत्या का आरोप नहीं था. भीड़ को उकसाने का आरोप था. उनके आड़ में 26 और लोगों को छोड़ा गया है, वह दुर्दांत है. यह साफ दर्शाता है कि नीतीश जी फिर से बिहार को जंगल राज के युग में ले जाना चाहते हैं. जो 90 के दशक में बूथ कैप्चरिंग होता था, उसे दोहराने के लिए इन दुर्दांत अपराधियों को छोड़ा गया है"- संजय जायसवाल, सांसद, बीजेपी