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मंत्री रामसूरत राय ने रची नई परिभाषा, कहा - जो पढ़ा लिखा है वही अगड़ी जाति, फॉरवर्ड है, बाकी सब बैकवर्ड

बिहार सरकार के मंत्री रामसूरत राय ने जाति सिस्टम को लेकर नयी परिभाषा गढ़ी है. उनका कहना है कि जो पढ़ा-लिखा है, वही अगड़ी जाति का है. बाकी सब बैकवर्ड. किसी माथे पर उसकी जाति नहीं लिखी होती. चाहे वह दलित ही क्यों न हो, अगल पढ़ा लिखा है तो सबसे बड़ा फॉरवर्ड है. पढ़ें पूरी खबर.

Minister Ramsurat Rai
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Published : Feb 4, 2022, 6:52 AM IST

वैशाली: बिहार सरकार के मंत्री रामसूरत राय का एक बयान (Minister Ramsurat Rai statement on caste system) काफी चर्चा में हैं. इसमें उन्होंने जाति सिस्टम की नयी परिभाषा रची है. यहां एक कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे मंत्री ने कहा कि जो पढ़ा लिखा है, वही अगड़ी जाति यानी फॉरवर्ड है. बाकी सब बैकवर्ड हैं. किसी के माथे पर जाति नहीं लिखी होती है. चाहे वह दलित ही क्यों ना हो, अगर वह पढ़ा लिखा है तो वह सबसे बड़ा फॉरवर्ड है और जो पढ़ा-लिखा नहीं है, वह सबसे बड़ा बैकवर्ड है.

ये भी पढ़ें: वैशाली में शॉर्ट सर्किट से लगी भीषण आग में 15 घर जलकर राख, एक लड़की की जिंदा जलकर मौत

दरअसल, भगवानपुर में हो रहे चकाकु क्रिकेट टूर्नामेंट (Cricket tournament in Bhagwanpur) के फाइनल में विजेता और उपविजेता को ट्रॉफी व शील्ड प्रदान करने के लिए बिहार के राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री रामसूरत राय (Bihar minister Ramsurat Rai ) पहुंचे थे. जहां उन्होंने काफी देर तक क्रिकेट मैच का आनंद लिया. मैच समाप्ति के बाद वहां मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए मंत्री रामसूरत राय ने कहा कि शिक्षित वर्ग के लोग ही फॉरवर्ड होते हैं. चाहे वह दलित क्यों ना हों अथवा वह किसी भी जाति या धर्म से हों. जो शिक्षित है, वही फॉरवर्ड कहलाएगा. जो नहीं पढ़ा लिखा है, वह वैकवर्ड है.

रामसूरत राय, मंत्री, राजस्व एवं भूमि सुधार, बिहार

उन्होंने आगे कहा कि शिक्षा के साथ खेल की भावना से खेलना भी बेहद जरूरी है. जीत हार की भावना से ऊपर उठकर खेलना चाहिए. वहीं, एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि बात करने का सभी को अधिकार है. लोग गठबंधन की बातें करते हैं. किसी की बात बनती है तो किसी का बात बिगड़ती है. लेकिन इसमें निश्चित रूप से जनता मालिक है. वह जिन को चुनकर भेजेगी, वही लीडर होंगे.

ये भी पढ़ें: कमजोर दिल वाले ना देखें.. ट्रक ने रिटायर्ड शिक्षक को रौंदा, VIDEO देख लोगों को हत्या की आशंका

मंत्री व बीजेपी नेता रामसूरत राय के इस बयान के कई मायने निकाले जा रहे हैं. इससे पहले भी कई बार रामसूरत राय अपने बयानों को लेकर विवाद में रह चुके हैं. कुछ मामले में तो सहयोगी पार्टी जदयू के नेताओं ने रामसूरत राय से इस्तीफे की मांग तक कर डाली थी. हालांकि यहां उन्होंने इसे शिक्षा से जोड़कर बताया है. इसके बावजूद आने वाले समय में उनके इस बयान को लेकर के भी राजनीति का बाजार गर्म होने की संभावना है.

क्रिकेट मैच समाप्ति के बाद रामसूरत राय ने खिलाड़ियों को शील्ड प्रदान किया. साथ ही अपने पास से स्थानीय खिलाड़ियों को ड्रेस के लिए 10000 रुपये भी दिए. टूर्नामेंट का फाइनल मैच पावर स्टार कटरा माला तथा 11 स्टार गोढिया के बीच खेला गया. टॉस जीतते हुए गोढिया की टीम ने कटर माला की टीम को पहले खेलने का मौका दिया था. जहां कटर माला की टीम ने 14 ओवर में 5 विकेट खोकर 145 रन बनाए थे. वहीं, 11 स्टार की टीम ने 8 विकेट खोकर 14 ओवर में मात्र 115 रन ही बना सकी.

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वैशाली: बिहार सरकार के मंत्री रामसूरत राय का एक बयान (Minister Ramsurat Rai statement on caste system) काफी चर्चा में हैं. इसमें उन्होंने जाति सिस्टम की नयी परिभाषा रची है. यहां एक कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे मंत्री ने कहा कि जो पढ़ा लिखा है, वही अगड़ी जाति यानी फॉरवर्ड है. बाकी सब बैकवर्ड हैं. किसी के माथे पर जाति नहीं लिखी होती है. चाहे वह दलित ही क्यों ना हो, अगर वह पढ़ा लिखा है तो वह सबसे बड़ा फॉरवर्ड है और जो पढ़ा-लिखा नहीं है, वह सबसे बड़ा बैकवर्ड है.

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दरअसल, भगवानपुर में हो रहे चकाकु क्रिकेट टूर्नामेंट (Cricket tournament in Bhagwanpur) के फाइनल में विजेता और उपविजेता को ट्रॉफी व शील्ड प्रदान करने के लिए बिहार के राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री रामसूरत राय (Bihar minister Ramsurat Rai ) पहुंचे थे. जहां उन्होंने काफी देर तक क्रिकेट मैच का आनंद लिया. मैच समाप्ति के बाद वहां मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए मंत्री रामसूरत राय ने कहा कि शिक्षित वर्ग के लोग ही फॉरवर्ड होते हैं. चाहे वह दलित क्यों ना हों अथवा वह किसी भी जाति या धर्म से हों. जो शिक्षित है, वही फॉरवर्ड कहलाएगा. जो नहीं पढ़ा लिखा है, वह वैकवर्ड है.

रामसूरत राय, मंत्री, राजस्व एवं भूमि सुधार, बिहार

उन्होंने आगे कहा कि शिक्षा के साथ खेल की भावना से खेलना भी बेहद जरूरी है. जीत हार की भावना से ऊपर उठकर खेलना चाहिए. वहीं, एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि बात करने का सभी को अधिकार है. लोग गठबंधन की बातें करते हैं. किसी की बात बनती है तो किसी का बात बिगड़ती है. लेकिन इसमें निश्चित रूप से जनता मालिक है. वह जिन को चुनकर भेजेगी, वही लीडर होंगे.

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मंत्री व बीजेपी नेता रामसूरत राय के इस बयान के कई मायने निकाले जा रहे हैं. इससे पहले भी कई बार रामसूरत राय अपने बयानों को लेकर विवाद में रह चुके हैं. कुछ मामले में तो सहयोगी पार्टी जदयू के नेताओं ने रामसूरत राय से इस्तीफे की मांग तक कर डाली थी. हालांकि यहां उन्होंने इसे शिक्षा से जोड़कर बताया है. इसके बावजूद आने वाले समय में उनके इस बयान को लेकर के भी राजनीति का बाजार गर्म होने की संभावना है.

क्रिकेट मैच समाप्ति के बाद रामसूरत राय ने खिलाड़ियों को शील्ड प्रदान किया. साथ ही अपने पास से स्थानीय खिलाड़ियों को ड्रेस के लिए 10000 रुपये भी दिए. टूर्नामेंट का फाइनल मैच पावर स्टार कटरा माला तथा 11 स्टार गोढिया के बीच खेला गया. टॉस जीतते हुए गोढिया की टीम ने कटर माला की टीम को पहले खेलने का मौका दिया था. जहां कटर माला की टीम ने 14 ओवर में 5 विकेट खोकर 145 रन बनाए थे. वहीं, 11 स्टार की टीम ने 8 विकेट खोकर 14 ओवर में मात्र 115 रन ही बना सकी.

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