वैशाली: बिहार के वैशाली जिले में वीमेंस कॉलेज हाजीपुर (Womens College Hajipur) में एनुअल फंक्शन कार्यक्रम का आयोजन (Annual Function Program Organized) किया गया. कार्यक्रम के पहले दिन कॉलेज की छात्राओं ने अद्भुत नृत्य कौशल की प्रस्तुति से लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया. कार्यक्रम की शुरुआत कॉलेज के 38 वर्ष पूरे होने पर 38 दीप जलाकर किया गया. इसके बाद 5 घंटे से भी ज्यादा समय तक कार्यक्रम आयोजित किया गया.
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कार्यक्रम में कई फिल्मी गीतों पर लड़कियों ने नृत्य पेश किया. वहीं, महान शिव तांडव और दुर्गा तांडव पर भी भाव भंगिमा से पूर्ण नृत्य को भी बेहद खूबसूरती से प्रस्तुत किया. कार्यक्रम में शहर के जाने-माने प्रबुद्ध लोगों की उपस्थिति रही. इस दौरान वीमेंस कॉलेज की प्राचार्य मीरा सिंह अपने अनुभव को साझा किया.
वीमेंस कॉलेज की प्राचार्य ने बताया कि किस तरह वह बिहार की सबसे कम उम्र की प्रिंसिपल बनीं. उन्होंने लोगों से अपनी बातों को शेयर करते हुए बताया कि उनकी इच्छा पुलिस ऑफिसर बनने की थी. क्योंकि उनके पिताजी वैशाली के एसपी रह चुके थे और पिता की भी इच्छा थी वह प्रशासनिक सेवा में ही जाएं. लेकिन एक प्रस्ताव के कारण वह कॉलेज की प्रिंसिपल बनी.
प्राचार्य मीरा सिंह ने कहा कि प्रिंसिपल बनने से सबसे बड़ा योगदान उनकी सोच में बदलाव का रहा. उन्हें लगा कि वह अकेले पुलिस अधिकारी बनती हैं तो एक घर सफल होगा. लेकिन अगर वह देश की बेटियों को पढ़ाती हैं तो सैकड़ों हजारों घरों में डॉक्टर, इंजीनियर और अधिकारी बेटियां बनेंगी.
हाजीपुर का वीमेंस कॉलेज लड़कियों के पढ़ाई लिखाई के साथ-साथ पर्सनालिटी डेवलपमेंट के लिए भी जाना जाता है. शायद यही कारण है कि वीमेंस कॉलेज पढ़ाई करके सैकड़ों लड़कियां देश-विदेश में उच्च स्तरीय सेवा दे रही हैं.
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