वैशाली: बिहार सरकार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने रामचरित मानस पर दिए विवादस्पद बयान को लेकर हंगामा (Education Minister Statement On Ramcharitmanas) मचा हुआ है. शिक्षा के बयान पर विरोध प्रदर्शन का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. अब शिक्षा मंत्री की तुलना गधा से की गयी . उनका नाम गधा से जोड़कर नारेबाजी भी हुई. यह सब वैशाली के लालगंज में हुआ. जहां शिक्षा मंत्री के बयान विरोध में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने गदहा जुलूस निकाला.
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गधे के गले में शिक्षा मंत्री के नाम का बोर्ड: विरोध प्रदर्शन के दौरान एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने गधा के गर्दन में एक कूट टांगा था. जिस पर शिक्षा मंत्री बिहार सरकार लिखा था. उस गधे को नगर क्षेत्र के गांधी चौक से तिनपुलवा चौक तक घुमाया गया. इस दौरान 'हमारा शिक्षामंत्री कैसा है, इस गदहे के जैसा है' समेत बिहार सरकार मुर्दाबाद, शिक्षा मंत्री मुर्दाबाद के नारे भी लगाए गए. जिसके बाद जुलूस तिनपुलवा चौक पहुंचा. जहां शिक्षा मंत्री का पुतला दहन कर अपना एवीबीपी ने विरोध प्रकट किया.
"हाल फिलहाल में बिहार के शिक्षा मंत्री का जो रामचरितमानस पर जो आपत्तिजनक टिप्पणी आया है. उसके लिए हम लोग कड़े शब्दों में विरोध करते हैं. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का स्पष्ट मत है कि इस प्रकार का विचार किसी भी धर्म के प्रति एक गधे के समान व्यक्ति ही रख सकता है. बुद्धिमान व्यक्ति का ऐसा मत कदापि नहीं हो सकता है" - मृत्युंजय कुमार, प्रान्त प्रमुख, एबीवीपी
"गधा को समझाया जाए तो वह भी समझ जाए": प्रांत प्रमुख मृत्युंजय कुमार ने कहा कि शिक्षा मंत्री के बयान से सनातन धर्म के मानने वाले आहत हुए हैं. इसी वजह से गधा के साथ उनका सांकेतिक विरोध प्रकट किया गया. शिक्षा मंत्री के अपने बयान पर कायम रहने के सवाल का जबाब देते हुए राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य जितेन्द्र कुमार राय ने कहा कि गधे को भी अगर समझाया जाए तो शायद वह समझ जाएगा, मगर हमारे शिक्षामंत्री आज भी समझने को तैयार नहीं है. इसी वजह से यह सांकेतिक विरोध प्रकट किया गया है.