दरभंगा: जन अधिकार पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष मोहन यादव ने जाप सुप्रीमो पप्पू यादव के बिना शर्त रिहाई की मांग को लेकर अपने आवास पर एक दिवसीय भूख हड़ताल की. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भाजपा के दवाब में आकर पहले जाप सुप्रीमो को हाउस अरेस्ट कराया. उसके बाद गांधी मैदान थाने में लाकर घंटों बैठाने के बाद लॉकडाउन प्रोटोकॉल तोड़ने की बात कही. फिर 32 साल पुराने मामले का हवाला देकर मधेपुरा लाया गया और फिर वीरपुर जेल भेज दिया गया.
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पप्पू यादव के खिलाफ सरकार रच रही है साजिश
प्रदेश उपाध्यक्ष मोहन यादव ने कहा कि पप्पू यादव की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव रहने के बावजूद उन्हें कोविड वीरपुर जेल में शिफ्ट किया गया. जिससे साफ जाहिर होता है कि सरकार पप्पू यादव के खिलाफ किसी प्रकार की साजिश रची जा रही है. वहीं उन्होंने कहा की पप्पू यादव लम्बे समय से बीमार हैं. फिर भी जर्जर जेल में भेजा गया है.
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इंसाफ मंच ने पप्पू की गिरफ्तारी को ठहराया गलत
वहीं, इंसाफ मंच ने जाप नेता पप्पू यादव की गिरफ्तारी को गलत बताया है. उन्होंने कहा है कि क्या सरकार पप्पू यादव के माध्यम से एम्बुलेंस घोटाला उजागर करने का बदला ले रही है? क्या नीतीश सरकार कोविड के खिलाफ इसी तरीके से लड़ना चाहती है? जो कोरोना महामारी के दौर में शर्मनाक है. इस महासंकट के दौर मे सरकार के साथ ही पुलिस-प्रशासन को सहानुभूतिपूर्ण व्यवहार करना चाहिए, न कि जो लोग मरीजों को मदद पहुंचाने में लगे हुए हैं उन्हें परेशान और दंडित करना चाहिए.