सुपौल: बिहार के सुपौल जिले में निजी क्लीनिक में इलाज के दौरान गर्भवती की मौत हो गई. गर्भवती की मौत पर परिजनों ने जमकर हंगामा (Ruckus Over Death Of Pregnant Woman In Supaul) किया. काभी मशक्कत के बाद पुलिस ने हंगाम को शांत कराया. परिजनों ने आरोप लगाया कि सुपौल सदर अस्पताल (Supaul Sadar Hospital) में कार्यरत ओटी असिस्टेंट मनीषा कुमारी की ओर से संचालित अवैध निजी नर्सिंग में गलत इलाज के कारण गर्भवती की मौत हुई है.
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"सुपौल सदर अस्पताल में कार्यरत ओटी असिस्टेंट मनीषा कुमारी की ओर से संचालित अवैध निजी नर्सिंग के बारे मे आज आपलोगों के माध्यम से जानकारी मिली है. इसकी जांच करायी जायेगी. वहीं गर्भवती महिला के मौत मामले की भी जांच कराकर कार्रवाई की जायेगी."-डॉ मिहिर कुमार वर्मा, सीएस, सुपौल
मनीषा पर लगाया हत्या का आरोपः परिजनों ने मनीषा कुमारी पर हत्या करने का आरोप लगाते हुए मृत मरीज के परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया. परिजनों ने मृतक के शव को अस्पताल के गेट पर रख कर सुपौल सहरसा मार्ग को जाम कर दिया. परिजन आरोपी ओटी सहायक पर हत्या की मुकदमा चलाने की मांग करते रहे. मौके पर पहुंचे वरीय अधिकारियों ने परिजनों को समझा-बुझा कर शांत कराया. इसके बाद जाम समाप्त हो सका. लगभग एक घंटे तक मुख्य मार्ग जाम रहा.
हालत बिगड़ने पर दोबारा भेज दिया सदर अस्पतालः सदर थाना क्षेत्र के हरदी वार्ड नंबर 10 निवासी कुलदीप धनकार की पुत्री 28 वर्षीय नीतू कुमारी का अचानक गुरुवार को तबीयत बिगड़ने के बाद उसे सदर अस्पताल लाया गया. इसके बाद अस्पताल में कार्यरत ओटी असिस्टेंट मनीषा कुमारी गर्भवती के परिजनों को बेहतर इलाज के नाम पर बरगला कर उसे अपने अवैध क्लिनिक लेकर चली गयी, जहां उससे 15 हजार वसूलने के बाद उसका इलाज शुरू किया गया. लेकिन शुक्रवार को जब महिला काफी सीरियस हो गयी तो उसे फिर से सदर अस्पताल भेज दिया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
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