सुपौल: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जल जीवन हरियाली यात्रा पर बिहार के अलग-अलग जिलों का दौरा कर रहे हैं. इसी क्रम में रविवार को सीएम जिले के पिपरा प्रखंड अंतर्गत दीनापट्टी पंचायत के सखुआ गांव पहुंचे. जहां कई योजनाओं का शिलान्यास और उद्घघाटन किया.
सीएम ने इस दौरान सभा को संबोधित करते हुए कहा कि वो हार के विकास के लिए काम कर रहे हैं. वो प्रचार के चक्कर में नहीं रहते बल्कि काम करते हैं. इस मौके पर सीएम ने महिला सशक्तिकरण पर विशेष जोर दिया. उन्होंने कहा कि महिलाओं को शिक्षित कर कई समस्याओं से निजात पायी जा सकती है. सरकार महिलाओं का उत्थान करने में जुटी है. यहीं वजह है कि पंचायतों में उन्हें 50 प्रतिशत आरक्षण दिया.
महिलाओं को दिया उचित प्रतिनिधित्व
सीएम ने बताया कि विश्व बैंक से कर्ज लेकर 6 जिला के 44 प्रखंडों से जीविका योजना की शुरूआत की और स्वयं सहायता समूहों का गठन किया गया. इससे एक करोड़ महिलाएं जुड़ चुकी है. वहीं, 9 लाख समूहों का गठन हो चुका है. राज्य सेवाओं भी महिलाओं को 35 प्रतिशत आरक्षण दिया गया. देश के अन्य राज्यों से ज्यादा बिहार पुलिस में महिलाएं शामिल हैं.
सरकारी भवनों में रेन वाटर हॉर्वेस्टिंग की व्यवस्था
सीएम ने पर्यावरण में हो रहे बदलाव पर भी चर्चा की. उन्होंने कहा कि भू जल का स्तर नीचे गिर रहा है. झारखंड अलग होने से बिहार में जंगल भी कम हो गया है. जिसके कारण वर्ष 2012 में हरियाली मिशन की शुरुआत की. 9 करोड़ पौधे लगाए फिर लोगों को जागरूक करने का निर्णय लिया. दोनों सदन की सहमति के बाद जल जीवन हरियाली अभियान की शुरूआत की गयी. अभियान के तहत तालाब, पोखर, आहर, पईन, कुंओं आदि जलस्रोतों को अतिक्रमण मुक्त कर उसका जीर्णोद्धार किया जायेगा वहीं, चेक डैम का निर्माण होगा. चापाकल के पास सोख्ता बनाए जायेगा. नये जल स्रोत का भी सृजन किया जायेगा. सरकारी भवनों में रेन वाटर हॉर्वेस्टिंग की जायेगी.
अभियान को सफल बनाने का आह्वान
सीएम ने 24 हजार 500 करोड़ की लागत से संचालित जल जीवन हरियाली योजना को सफल बनाने का आह्वान किया. उन्होंने बताया कि 19 जनवरी को पूरे बिहार में 16 हजार किलोमीटर का मानव श्रृंखला का निर्माण किया जायेगा. सीएम ने इस दौरान लोगों को शामिल होने के साथ जल जीवन हरियाली की रक्षा के लिए संकल्प भी दिलाया.
241 योजनाओं का किया उद्घाटन व शिलान्यास
- सीएम नीतीश ने 10128.85 लाख की लागत की 153 योजनाओं का शिलान्यास और 9111.07 लाख की लागत से निर्मित 88 योजनाओं का उद्घाटन भी किया.
- जिला मुख्यालय में 877.54 लाख की लागत से बने राजकीय अभियंत्रण महाविद्यालय, 40.28 लाख की राशि से सुपौल में बने 06 हजार क्षमता वाले भी भीपैट वेयर हाउस का किया उद्घाटन.
- 78.52 लाख की राशि से सदर अस्पताल परिसर में बने 100 सैय्या भवन का उद्घाटन.
- 64.41 लाख की लागत से छातापुर प्रखंड के बलुआ बाजार में मुख्यमंत्री खेल विकास योजना अंतर्गत राजकीयकृत ललित नारायण विद्यालय मंदिर में 300 मीटर ट्रैक युक्त स्टेडियम का उद्घाटन.
- राघोपुर के लखीचंद उच्च विद्यालय परिसर में मुख्यमंत्री खेल विकास योजना अंतर्गत तैयार फुटबॉल स्टेडियम का उद्घाटन.
- मरौना प्रखंड के गनौरा परसौनी स्थित उच्च विद्यालय में 64.41 लाख की लागत से निर्मित 300 मीटर ट्रैक युक्त स्टेडियम का उद्घाटन.
इस मौकै पर सीएम ने कहा कि जिला केंद्रीय सहकारी बैंक का शुभारंभ हो गया है. इससे कोसी के तीनों जिले को लाभ मिलेगा. जिला मुख्यालय स्थित सुधा की सुपौल डेयरी की क्षमता एक लाख से बढ़ा कर दो लाख लीटर दूध की कर दी गयी है. वहीं त्रिवेणीगंज में आइटीआई खुलने से इलाके के छात्रों को लाभ मिलेगा. वहीं, सीएम ने जिला मुख्यालय में समीक्षा बैठक भी की.
स्थानीय सांसद मंत्री समेत वरीय अधिकारी रहे मौजूद
सीएम के मुख्य मंच पर पहुंचने के बाद माला पहना कर स्वागत किया गया. कार्यक्रम की शुरूआत में स्वागत भाषण कोसी प्रमंडलीय आयुक्त सेंथिल कुमार और धन्यवाद ज्ञापन जिलाधिकारी महेंद्र कुमार ने किया. इस अवसर पर उर्जा मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव, बिहार विधान परिषद के कार्यकारी सभापति मो हारूण रशीद, मंत्री रमेश ऋषिदेव, सांसद दिलेश्वर कामत, विधायक अनिरूद्ध प्रसाद यादव, नीरज कुमार सिंह बबलू, वीणा भारती, विधान पार्षद ललन सर्राफ, बिहारीगंज के विधायक निरंजन मेहता मौजूद रहे. मुख्य सचिव दीपक कुमार, डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय के अलावा मच पर एनडीए के कई नेता मौजूद रहे.