सुपौल: बिहार के सुपौल एसएसबी ट्रेनिंग सेंटर (SSB Training Center in Supaul) में पासिंग आउट परेड सोमवार को संपन्न हो गया. एसएसबी के बुनियादी रंगरूट प्रशिक्षण केंद्र में चौथे BRTC प्रशिक्षुओं का पासिंग आउट परेड रहा, जिसमें 64 जवान एसबार पास हुए. इस परेड के दौरान जवानों ने एक पर एक हैरतगंज प्रदर्शन दिखाए, जिससे कार्यक्रम में मौजूद गणमान्य अतिथि, प्रशिक्षुओं के पारिवारिक सदस्य गदगद हो गए.
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64 जवानों ने प्रशिक्षण पूरी कीः इस बार दीक्षांत परेड में 64 जवानों ने प्रशिक्षण पूरी कर बल में प्रवेश किया. पासिंग आउट परेड का शुभारम्भ मुख्य अतिथि सीमान्त मुख्यालय पटना के उप महानिरीक्षक के.सी. विक्रम ने किया. इस दौरान परेड की सलामी व परेड का निरिक्षण भी किया किया. परेड मार्च के उपरांत प्रशिक्षण केंद्र के कमाडेंट संजय कुमार शर्मा ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया तथा प्रशिक्षुओं को बधाई दी.
44 सप्ताह का प्रशिक्षण पूराः बल के समक्ष आने वाली चुनौतियों और कार्यों व उससे निपटने के लिए 44 सप्ताह का प्रशिक्षण जवानों को दी गई है. विभिन्न हथियारों की हैंडलिंग, बॉर्डर मैनेजमेंट, फील्ड क्राफ्ट, आदि का विवरण प्रस्तुत किया गया. बताया गया कि सशस्त्र सीमा बल एक बॉर्डर गर्डिंग फोर्स हैं जो भारत-नेपाल, भारत भूटान की सीमाओं की सुरक्षा के अतिरिक्त आंतरिक सुरक्षा, नक्सल विरोधी अभियानों, चुनाव कर्तव्यों आदि का निर्वहन बड़ी ही कुशलता से कर रहा है.
20 राज्य के जवान शामिलः प्रशिक्षण प्राप्त करने वालों में अरुणाचल प्रदेश के एक, असाम के दो, आंध्र प्रदेश के तीन, उत्तर प्रदेश के तीन, उत्तराखंड के चार, कर्नाटक के दो, केरल के तीन, जम्मू कश्मीर के एक, झारखंड के चार, पश्चिम बंगाल के दो, बिहार के 14, मणिपुर के दो, महाराष्ट्र के तीन, तामिलनाडु के तीन, तेलांगना के तीन, राजस्थान के चार, लेह-लद्दाख के एक, हरियाणा के पांच, हिमाचल प्रदेश के पांच और छत्तीसगढ़ के एक जवान शामिल थे.
"सशस्त्र सीमा बल अन्य बलों से अलग है. इनकी भमिका भी अलग है. इस बार 20 से 25 वर्ष के 37 प्रशिक्षिक शामिल हुए हैं. वहीं 26-30 वर्ष के 18, 31-35 वर्ष के 4, 36-40 वर्ष के 4 और 40 से ऊपर एक प्रशिक्षु शामिल हुए हैं. इस बैच की शैक्षणिक योग्यता काफी अच्छी है. 18 ग्रेजुएट और एक पोस्ट ग्रैजुएट शामिल हैं." - संजय कुमार शर्मा, कमांडेंट, RTC सुपौल