सिवान : जिले का आतंकवादी संगठन से तार जुड़ने का मामला अब जोर पकड़ता दिख रहा है. जम्मू-कश्मीर से आई (National Investigation Agency) यानी NIA की टीम ने कई दिनों तक जिले के कई इलाकों में आतंकी कनेक्शन को खंगाला और मंडल जेल में बंद याकूब खान को अपने साथ ले गई. उसके बाद गृह मंत्रालय के एक पत्र का हवाला देकर एसपी शैलेश कुमार सिन्हा ने जिले के कई थानों से चार युवकों का डिटेल मांगा. बता दें कि एसपी ने जो पत्र थानों को भेजा था उसमें स्पष्ट तौर पर चारों युवकों के नाम बताते हुए कहा है कि जैश-ए-मोहम्मद के इशारे पर इन युवकों की लश्कर-ए-मुस्तफा आतंकी संगठन से सांठ-गांठ की बात सामने आई है. यह पत्र बिल्कुल गोपनीय था,(Confidential letter of Siwan SP goes viral) लेकिन इस पत्र को एक ग्रुप में डाल दिया गया. इस वजह से देश की सुरक्षा से जुड़े भेजे गए पत्र को ग्रुप में वायरल कराने वाला व्यक्ति संदेह के दायरे में है. हालांकि, इसे वायरल करने वाले पर एसपी की नजर है.
कैसे हुआ गोपनीय पत्र वायरल : सिवान एसपी शैलेश कुमार सिन्हा के कार्यालय से 26 जुलाई को एक पत्र जिले के कई थानों को भेजा गया. उसमें आतंकी कनेक्शन से जुड़े फैसल अली, आलोक कुमार, मो. मुमताज़ और दानिश खान के नाम थे. एसपी ने पत्र जारी कर कई थानों से इन चारों की गतिविधियों व आपराधिक रिकॉर्ड का ब्यौरा मांगा था. लेकिन यह गोपनीय पत्र साइबर सेनानी जीबी नगर पीएस व्हाट्सएप ग्रुप में 75620075464 मोबाइल नंबर से 26 जुलाई की दोपहर को ही वायरल हो गया. जिस ग्रुप में वायरल किया गया था उसमें 176 लोग शामिल थे.
जिसे भी मिला उसने किया पत्र वायरल : वह गोपनीय पत्र वायरल होते-होते धीरे-धीरे आम लोगों तक पहुंच गया.जिन-जिन लोगों को यह पत्र मिला उनलोगों ने इस गोपनीय पत्र को खूब वायरल किया. हालांकि, इस बात की जानकारी जैसे ही उस व्यक्ति को लगी कि उसके डाले गए इस पत्र को कई लोगों ने वायरल कर दिया है तो वह व्यक्ति उस ग्रुप से तुरंत लेफ्ट हो गया ताकि किसी को उस पर किसी प्रकार का संदेह न हो.
लापरवाही खड़ा कर रही बड़ा सवाल :अब सवाल उठता है कि जब एसपी ने इस पत्र को गोपनीय तरीके से थानों को भेजा तो किसने और किस मकसद से उस पत्र को ग्रुप में वायरल कर दिया. कहीं न कही इतनी बड़ी लापरवाही देश की सुरक्षा व गोपनीयता को लेकर बड़ा सवाल खड़ा करती है. बहरहाल चर्चा यह भी जोरों पर है कि पुलिस विभाग के ही किसी व्यक्ति ने इस गोपनीय पत्र को लीक कर दिया है. इसे लेकर अब तरह-तरह के सवाल उठ रहे हैं. कही ऐसा तो नहीं की जिसने पत्र वायरल किया वह किसी के प्रभाव में हो. ये तमाम बातें है जिस पर कई तरह के सवालिया निशान खड़े हो रहे
क्या बोले सीवान एसपी: एसपी शैलेश कुमार सिन्हा ने इस पूरे मामले में NIA का हवाला देते हुए वायरल पत्र की सूचना मिलने के बाद अपने तरीके से जानकारी जुटाई और कहा कि यह NIA से जुड़ा मामला है, इसकी गोपनीय ढंग से जांच होगी.