सिवान: बिहार के सिवान जिले में एल्बेंडाजोल दवा खाने से 7 बच्चों की तबीयत अचानक (Children Sick After Taking Albendazole Medicine In Siwan) बिगड़ गई. जिसके बाद स्कूल में अफरा-तफरी का माहौल कायम हो गया था. वहीं, घटना की जानकारी मिलने पर BDO मेडिकल टीम के साथ स्कूल पहुंचे और बीमार बच्चों का इलाज शुरू किया गया. सिसवन थाना क्षेत्र के पड़री मिडिल स्कूल में 100 बच्चों को एलबेंडाजोल की दवा खिलायी गई थी. जिसमें 7 बच्चों की तबीयत अचानक खराब हो गई.
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एल्बेंडाजोल दवा खाने से सिवान में बच्चों की बिगड़ी तबीयत: बता दें कि शुक्रवार को सिसवन प्रखंड के पड़री मध्य विद्यालय में कृमिनाशक दावा खाने के बाद सात बच्चों की तबीयत खराब हो गई. ग्रामीण रंजीत सिंह ने बताया कि स्कूल के 100 बच्चों को कृमिनाशक दवा खिलाई गई थी. जिसमें सात छात्र संजू कुमारी, श्रुति कुमारी, अनुराग सिंह, खुशी कुमारी, आर्यन कुमार, पीयूष कुमार, आयुष कुमार की तबीयत खराब हो गई. एक के बाद एक सात बच्चो की तबीयत खराब होने के बाद स्कूल प्रबंधन के हाथ पांव फूल गए. इधर घटना की जानकारी मिलने पर सैकड़ों ग्रामीण विद्यालय पहुंच गए थे. ग्रामीणों ने इसकी सूचना बीडीओ सूरज कुमार सिंह को फोन पर दी. सूचना मिलते ही बीडीओ आनन फानन में मेडिकल टीम के साथ विद्यालय पहुंचे. जिसके बाद बच्चों का उपचार कराया गया. फिलहाल बच्चों की हालत में सुधार बताया जा रहा है.
दवा खाने के बाद बच्चों को आने लगा चक्कर: एल्बेंडाजोल दवा खाने के बाद अचानक 7 बच्चों को चक्कर आने लगी और उन्हें लूज मोशन होने लगा. जिसके बारे में पूछे जानें पर विद्यालय के हेडमास्टर मीर कासिम ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से प्राथमिक स्कूल के बच्चों को एलबेंडाजोल दवा खिलाने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर मुहिम चलाई जा रही है. इस वजह से विद्यालय में भी बच्चों को दवा दी गई थी. जिसमें सात बच्चों ने दावा खाने के बाद चक्कर आने लगा, फिर सभी बच्चों को बेंच पर लेटाया गया. इसकी जानकारी बीआरसी को दी गई. जिसके बाद बीडीओ मेडिकल टीम को लेकर विद्यालय पहुंचे. जिसके बाद बच्चों का इलाज किया गया. फिलहाल सभी बच्चे ठीक हैं, किसी को कोई भी समस्या नहीं है.
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राष्ट्रीय स्तर पर चलाया जा रहा अभियान: वहीं, इस पूरे मामले पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी डॉ. यासीन अंसारी ने बताया कि इस दवा का कोई ज्यादा दुष्प्रभाव नहीं होता है. ये दवा राष्ट्रीय स्तर पर चलाए जा रहे अभियान के तहत सभी स्कूल के बच्चों को दी जा रही है. ये दवा बच्चों के पेट में कीड़ी को मारती है. उन्होंने कहा कि बच्चों को कुछ नहीं हुआ था, वो एक-दूसरे को देखकर चक्कर आने की बात कह रहे थे. मेडिकल टीम ने सभी बच्चों का इलाज किया है, अभी वो ठीक हैं.
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