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PM जब कहते हैं देश नहीं बिकने दूंगा, जनता समझ जाती है बेचने की हो रही तैयारी: कन्हैया

सीवान के गांधी मैदान में किसान आंदोलन के समर्थन आयोजित सभा में सीपीआई नेता कन्हैया कुमार ने कहा कि पीएम जब भी यह कहते हैं कि देश नहीं बिकने दूंगा. जनता समझ जाती है कि वे फिर देश को बेचने की नई तैयारी कर रहे हैं. पीएम कहते हैं कि उन्होंने किसानों की भलाई के लिए कृषि कानून बनाए हैं, मगर सच यह है कि ये कानून पूंजीपतियों की भलाई के लिए बने हैं.

kanhaiya kumar
कन्हैया कुमार
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Published : Mar 19, 2021, 10:18 PM IST

सीवान: किसान आंदोलन के समर्थन में एआईएसएफ का 32वां बिहार राज्य सम्मेलन शुक्रवार को सीवान के गांधी मैदान में आयोजित किया गया. इस दौरान जनसभा को संबोधित करते हुए सीपीआई नेता सह जेएनयू के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने कहा कि पीएम जब भी यह कहते हैं कि देश नहीं बिकने दूंगा. जनता समझ जाती है कि वे फिर देश को बेचने की नई तैयारी कर रहे हैं. पीएम कहते हैं कि उन्होंने किसानों की भलाई के लिए कृषि कानून बनाए हैं, मगर सच यह है कि ये कानून पूंजीपतियों की भलाई के लिए बने हैं.

यह भी पढ़ें- किसानों की समस्या को लेकर वामदलों का प्रदर्शन, कहा- कृषि कानून के खिलाफ प्रस्ताव पारित करे सरकार

मोदी जनता की मन की बात कब सुनेंगे
कन्हैया कुमार ने कहा "शिक्षा की व्यवस्था देश में लचर हो गई है. शिक्षा जगत में भेदभाव हो रहा है. एक रिक्शावाला का बेटा जिस स्कूल में पढ़ता है वहां सरकार में बैठे मंत्री या अमीर लोगों के बच्चे नहीं पढ़ते. बिहार के लोगों को अपने दिमाग और तर्कशक्ति का इस्तेमाल करना आता है. बिहार के लोगों को बेवकूफ समझने की गलती सरकार न करे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मन की बात करते जरूर हैं, लेकिन जनता की मन की बात कब सुनेंगे यह मालूम नहीं. देश की जनता अब शांत बैठने वाली नहीं है. अब सरकार को जवाब देना ही होगा."

Meeting in support of farmers movement
कन्हैया कुमार को सुनने पहुंचे लोग.

अंधेरे में छात्रों का भविष्य
कन्हैया ने कहा "महंगाई दिन दूनी रात चौगुनी रफ्तार से बढ़ी है. गरीब और किसान की थाली का निवाला छिन गया है. पूंजीपतियों की संपत्ति दिन दूनी रात चौगुनी दर से बढ़ रही है. क्या सही मायने में देश का यही विकास है? बिहार के स्कूलों में योग्यता के अनुसार शिक्षकों की बहाली नहीं हुई. छात्रों का भविष्य अंधेरे में जा रहा है. गरीबों की थाली से निवाला गायब है, लेकिन प्रधानमंत्री कहते हैं कि देश तरक्की कर रहा है." कन्हैया ने सभा में मौजूद लोगों से पूछा कि क्या आपको तरक्की दिख रही है?

सीवान: किसान आंदोलन के समर्थन में एआईएसएफ का 32वां बिहार राज्य सम्मेलन शुक्रवार को सीवान के गांधी मैदान में आयोजित किया गया. इस दौरान जनसभा को संबोधित करते हुए सीपीआई नेता सह जेएनयू के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने कहा कि पीएम जब भी यह कहते हैं कि देश नहीं बिकने दूंगा. जनता समझ जाती है कि वे फिर देश को बेचने की नई तैयारी कर रहे हैं. पीएम कहते हैं कि उन्होंने किसानों की भलाई के लिए कृषि कानून बनाए हैं, मगर सच यह है कि ये कानून पूंजीपतियों की भलाई के लिए बने हैं.

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मोदी जनता की मन की बात कब सुनेंगे
कन्हैया कुमार ने कहा "शिक्षा की व्यवस्था देश में लचर हो गई है. शिक्षा जगत में भेदभाव हो रहा है. एक रिक्शावाला का बेटा जिस स्कूल में पढ़ता है वहां सरकार में बैठे मंत्री या अमीर लोगों के बच्चे नहीं पढ़ते. बिहार के लोगों को अपने दिमाग और तर्कशक्ति का इस्तेमाल करना आता है. बिहार के लोगों को बेवकूफ समझने की गलती सरकार न करे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मन की बात करते जरूर हैं, लेकिन जनता की मन की बात कब सुनेंगे यह मालूम नहीं. देश की जनता अब शांत बैठने वाली नहीं है. अब सरकार को जवाब देना ही होगा."

Meeting in support of farmers movement
कन्हैया कुमार को सुनने पहुंचे लोग.

अंधेरे में छात्रों का भविष्य
कन्हैया ने कहा "महंगाई दिन दूनी रात चौगुनी रफ्तार से बढ़ी है. गरीब और किसान की थाली का निवाला छिन गया है. पूंजीपतियों की संपत्ति दिन दूनी रात चौगुनी दर से बढ़ रही है. क्या सही मायने में देश का यही विकास है? बिहार के स्कूलों में योग्यता के अनुसार शिक्षकों की बहाली नहीं हुई. छात्रों का भविष्य अंधेरे में जा रहा है. गरीबों की थाली से निवाला गायब है, लेकिन प्रधानमंत्री कहते हैं कि देश तरक्की कर रहा है." कन्हैया ने सभा में मौजूद लोगों से पूछा कि क्या आपको तरक्की दिख रही है?

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